Right Banner

टावर गिराने के ट्रायल की तैयारी तेज

  
(देव मणि शुक्ल ब्यूरो प्रभारी )


नोएडा सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट परिसर में 22 मई को ध्वस्त होने वाले ट्विन टावर की तैयारियों को लेकर सोमवार को नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने एडीफाइस कंपनी को तय समय से पहले सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। वहीं दूसरी ओर एजेंसी ने ट्रायल ब्लास्ट की तैयारी तेज कर दी हैं। धूल उड़ने से रोकने के लिए एटीएस विलेज सोसाइटी के दो टावरों में ग्रीन नेट लगाने का काम लगभग पूरा हो गया है। वहीं दूसरी ओर सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट के टावरों में शीट लगाने का काम एक-दो दिन में शुरू हो जाएगा।
समीक्षा बैठक में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के अलावा सुपरटेक बिल्डर के प्रतिनिध, एडीफाइस एजेंसी के अधिकारी, सिविल और यातायात पुलिस, गेल के अधिकारी और सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट व एटीएस विलेज सोसाइटी के एओए के प्रतिनिधि थे। बैठक में बताया गया कि एटीएस विलेज सोसाइटी के टावर नंबर-6ए व सात में धूल जाने से रोकने के लिए ग्रीन शीट लगाने का काम लगभग पूरा हो गया है।
इसके अलावा ट्रायल ब्लास्ट के लिए एडीफाइस एजेंसी की तरफ से सिविल पुलिस, यातायात पुलिस व इक्सप्लोसिव ऑफिस से मंजूरी मांगी गई है। मंजूरी देने से पहले इन तीनों विभागों की टीमें बुधवार को टि्वन टावर की साइट पर जाकर निरीक्षण करेंगी। इसमें एजेंसी की तरफ से तय किया गया ट्रायल ब्लास्ट का दायरा, निगरानी की तकनीक, जगह व अन्य चीजों को देखा जाएगा।
माना जा रहा है कि इस निरीक्षण में एजेंसी को मंजूरी आसानी से मिल जाएगी। इसके बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में ट्रायल ब्लास्ट होगा। एजेंसी के मुताबिक यह ब्लास्ट महज अनुमान लगाने के लिए होना है। इसमें एक किलो टि्वन टावर का मजबूत कंक्रीट का हिस्सा निकाला जाएगा। फिर इसे कंट्रोल ब्लॉस्ट की तकनीक जैसे टि्वन टावर तोड़े जाने हैं वैसे ही तोड़कर देखा जाएगा। उन्होंने बताया कि एक किलो मलबे का तोड़ने में कितना विस्फोटक लगता है। आगे इससे दोनों टावर को ढहाने के लिए लगने वाले विस्फोटक का नजदीकी अनुमान लग पाएगा। अभी तक अनुमान यह है कि दोनों टावर का 1.50 लाख टन से ज्यादा मलबा तोड़कर गिराना होगा।