बेंगलुरु पिच पर जहां ज्यादातर भारतीय बल्लेबाज रहे फेल तो वहीं श्रेयस किस रणनीति के तहत हुए सफल, खुद खोला राज
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। श्रीलंका के खिलाफ भारत ने बेंगलुरु में पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला था। इस मैच में भारत को 238 रन के बड़े अंतर से जीत मिली थी। भारत की इस जीत में श्रेयस अय्यर की बल्लेबाजी का भी बड़ा योगदान रहा था और वो प्लेयर आफ द मैच भी चुने गए थे। बेंगलुरु की बेहद कठिन पिच पर जहां ज्यादातर भारतीय बल्लेबाज रन बनान के लिए संघर्ष करते दिखे थे तो वहीं श्रेयस अय्यर ने पहली पारी में 92 रन जबकि दूसरी पारी में 67 रन की पारी खेली थी। बेंगलुरु टेस्ट जीतने के बाद ही भारत ने श्रीलंका का दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्विप किया था।
बेंगलुरु टेस्ट में प्लेयर आफ द मैच बनने के बाद श्रेयस अय्यर ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में खुलकर बात की और बताया कि वो बल्लेबाजी के लिए मुश्किल इस पिच पर रन बनाने में किस तरह से कामयाब रहे। श्रेयस अय्यर ने कहा कि इस पिच पर सभी बल्लेबाज रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और तब मुझे लगा कि यहां पर सफल होने के लिए मुझे आक्रामक होकर खेलना होगा साथ ही गेंदबाजों पर दवाब बनाना होगा। मैं पहली पारी में जब 55 रन पर खेल रहा था तब निचले क्रम के बल्लेबाज आने शुरू हो गए और फिर मैं 40 रन और जोड़े। मैं जल्दी आउट हो सकता था इसकी वजह से शतक की चिंता नहीं की।
अपनी दूसरी पारी जिसमें उन्होंने 67 रन बनाए थे उसके बारे में बात करते हुए अय्यर ने कहा कि मैं बस ज्यादा से ज्यादा गेंदें खेलना चाहता था। मुझे पता था कि बुमराह और शमी से मुझे नीचे साथ मिलेगा। मैंने भारत के लिए हमेशा ही टेस्ट क्रिकेट खेलने का सपना देखा और मैं अपनी टीम के लिए लगातार योगदान देना चाहता हूं साथ ही मैं इसे जारी रखना चाहता हूं। आपको बता दें कि रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ बतौर कप्तान अपना टेस्ट डेब्यू किया था और सीरीज जीतकर उन्होंने काफी अच्छी शुरुआत की। उन्होंने भी श्रेयस के लिए कहा था कि उनके रहते हमें रहाणे व पुजारा जैसे बल्लेबाजों की कमी महसूस नहीं हुई।