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योगी के दोबारा सीएम बनने से बदलेगी पूर्वांचल की तस्‍वीर, कई बड़े उद्यमी गोरखपुर में लगाना चाह रहे हैं औद्योगिक इकाई

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद प्रदेश के बाहर के उद्यमी भी खासे उत्साहित हैं। योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से उनके मन में सुरक्षा को लेकर विश्वास जगा है और वे गोरखपुर में निवेश के लिए मन बना रहे हैं। दूसरे प्रदेश से उद्यमियों के आने के बाद गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में नए निवेश के द्वार खुलेंगे और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

उत्तराखंड में औद्योगिक इकाई संचालित करने वाले सीए आशुतोष पांडेय की नजर विधानसभा चुनाव के परिणाम पर थी। उन्होंने गीडा में एक जमीन आवंटित करायी है। उन्हें डर था कि यदि नई सरकार आयी तो सुधार को लेकर किए जा रहे प्रयास रुक सकते हैं, लेकिन योगी सरकार आने से सभी तरह की आशंकाएं समाप्त हो गई हैं। वह बताते हैं कि उन्हें गीडा में पारदर्शी तरीके से जमीन मिली है। यहां के सुरक्षित माहौल एवं उद्योगों को बढ़ावा देने के प्रयासों की चर्चा सुनकर उत्तराखंड के कई और उद्यमी यहां आकर निवेश की इच्छा जता रहे हैं। वह जल्द ही गोरखपुर आने वाले हैं।

मुंबई के रवींद्र अग्रवाल गोरखपुर में क्वार्टज ओपलवेयर प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना करने वाले हैं। दोबारा प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने से उन्होंने प्रयास तेज कर दिए हैं। उन्हें भी जमीन आवंटित हो चुकी है। योगी आदित्यनाथ को प्रचंड जीत की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनके जैसे और भी उद्यमी हैं, जो चुनाव परिणाम पर नजरें गड़ाए थे। गोरखपुर में उद्योगों को मिल रहे प्रोत्साहन से वे काफी प्रभावित हैं। निश्चित रूप से यहां बाहरी निवेश बढ़ेगा। कई उद्यमी यहां आकर निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से स्थापित फैक्ट्री से करीब 700 लोगों को रोजगार मिलेगा, जिसमें दो-तिहाई महिलाएं होंगी। उनके बच्चों के लिए भी व्यवस्था रहेगी।

तमिलनाडु के तिरपुर में रेडीमेड गारमेंट फैक्ट्री संचालित करने वाले रितेश जायसवाल विधानसभा चुनाव से पहले गोरखपुर आए थे। उन्हें यहां की व्यवस्था ने काफी प्रभावित किया है। रितेश का कहना है कि एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से औद्योगिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों को गति मिलेगी। तिरपुर में पूर्वांचल के बहुत से लोग रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में काम करते हैं। भविष्य में यहां के उद्यमी वहां उत्पादन शुरू कर सकते हैं।