पैसा बचाने के लिए एयरलाइनें नहीं करतीं एयरोब्रिज का उपयोग, लगेगा जुर्माना; संसदीय समिति का सुझाव
पैसा बचाने के लिए एयरलाइनें नहीं करतीं एयरोब्रिज का उपयोग, लगेगा जुर्माना; संसदीय समिति का सुझाव
नई दिल्ली, प्रेट्र। परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसदीय समिति की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी क्षेत्र की एयरलाइनें पैसा बचाने के लिए विमान में यात्रियों के सवार होने या उतरने के समय एयरोब्रिज का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं। इससे बुजुर्ग लोगों को काफी परेशानी होती है और उन्हें सीढ़ियों का इस्तेमाल करना पड़ता है। एयरोब्रिज किसी हवाई अड्डे के टर्मिनल के द्वार को वहां खड़े किसी विमान के द्वार से सीधे जोड़ने का काम करता है। इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए एयरलाइनों को हवाई अड्डों को कुछ भुगतान करना पड़ता है।
समिति की सोमवार को राज्यसभा में प्रस्तुत रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी विमानन कंपनियों का यह रुख काफी उदासीन और अनुचित है। समिति ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को ऐसी एयरलाइनों पर जुर्माना लगाने का सुझाव दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, विमानन कंपनियां यात्रियों से एयरोब्रिज सुविधा का शुल्क वसूलती हैं। लेकिन परिचालन लागत घटाने के लिए वे इनका इस्तेमाल नहीं करतीं। इसके चलते विशेष रूप से बुजुर्ग यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसदीय समिति ने हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसीओ) पद के लिए ७०८ रिक्तियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। समिति की रिपोर्ट में कहा गया कि एटीसीओ के ३,८७१ स्वीकृत पदों में ३,१६३ भरे गए हैं। इसका अर्थ है कि ७०८ पद खाली हैं। इनमें से ज्यादातर पद २०१३, २०१४ और २०१५ में सृजित किए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष २०१७ से एटीसीओ के लिए किसी भी स्तर पर कोई पद सृजित नहीं हुआ। हालांकि, एटीसीओ के ३४० अतिरिक्त पदों के सृजन का प्रस्ताव हाल ही में किया गया है।