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Lock UPP: घरेलू हिंसा पर फिर छलका पूनम पांडे का दर्द, कहा- 'मेरे चेहरा ब्लैक और ब्लू हो जाता था, छुपाती थी मेकअप से'
नई दिल्ली, जेएनएन। अभिनेत्री पूनम पांडे अपने एक्स हसबैंड सैम बॉम्बे को लेकर अक्सर कंगना रनोट के शो लॉक अप खुलासे करती रहती हैं। बीते दिनों उन्होंने अपने साथ हुई घरेलू हिंसा को लेकर भी ढेर सारी बातें की थीं। अब एक बार फिर से पूनम पांडे ने घरेलू हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया है कि जब सैम बॉम्बे उन्हें पीटते तो उनका क्या हाल हो जाता था।

लॉक अप में पायल रोहतगी और सायशा शिंदे से बात करते हुए पूनम ने बताया है कि चोट लगने के बाद उन्होंने कई डॉक्टर को दिखाया है, लेकिन उनकी चोट अभी तक ठीक नहीं हुई है। पूनम पांडे ने कहा, 'मैं कई डॉक्टर्स से मिल चुकी हूं। अगर मेरी नाक के हिस्से के हिलाओगे तो अब भी दर्द होता है'। इस पर सायशा शिंदे कहती हैं, 'देश में पता नहीं कितनी महिलाएं हैं जो हर मिनट इस चीज से गुजरती हैं।'

इस पर पूनम पांडे कहती हैं, 'सच में, मैं भी उनमें से एक हूं जिसने अपनी परेशानी को खुलकर बताया है। मैं पिछले चार सालों के घरेलू हिंसा का शिकार हूं। जबकि मैंने किसी को इसके बारे में नहीं बताया था।' यह बात सुनने के बाद पायल रोहतगी कहती हैं, 'भारतीय सेलिब्रिटी घरेलू हिंसा को लेकर खुलकर बात नहीं करते हैं।' इस पर पूनम पांडे कहती हैं, 'मेरे पास वोकल होने के लिए वजह नहीं थी। मैं हमेशा अपनी अच्छी तस्वीरें शेयर करती और सबसे नॉर्मल बात करती थी।'

अपनी बात को आगे बढ़ाती हुए पूनम पांडे ने कहा, 'मेरे चेहरा ब्लैक और ब्लू हो जाता था, लेकिन मैं उस पर मेकअप लगाकर छूपा लेती थी और इवेंट में जाती थी।' इसके अलावा पूनम पांडे ने और भी ढेर सारी बातें की हैं। बात करें कंगना रनोट के शो लॉक अप की तो इसमें पहला वीकेंड काफी धमाकेदार रहा। कंगना ने जहां कुछ कंटेस्टेंट्स की जमकर क्लास लगाई, वहीं कुछ की दर्दभरी कहानी दुनिया को पता चली।

लॉक अल से सनडे एपिसोड में स्वामी चक्रपाणि महाराज को विदाई दे दी गई। स्वामी जी शो से बाहर जाने वाले पहले कंटेस्टेंट हैं। अब कंगना रनोट की जेल में 12 कंटेस्टेंट्स बचे हैं। वहीं लॉक अप से निकलने के बाद स्वामी चक्रपाणी महाराज का कहना है कि उन्हें कंगना रनोट के इस शो का फॉर्मेट समझ ही नहीं आया। उन्होंने कहा है कि जब वह पहली बार शो में गए तो उन्हें लगा कि एक ही छत के नीचे इतने सारे लोगों के एक साथ रहने से वह वहां फिट नहीं होंगे।

स्वामी चक्रपाणी महाराज ने कहा, 'मैं एक ऐसा इंसान हूं जो एकांत में रहता है। मैं इतने सारे लोगों के साथ एक ही छत के नीचे कभी नहीं रहा हूं। इसके अलावा मुझे इस शो की कोई समझ नहीं है, हो सकता है कि मैं अपनी पहचान बनाने में नाकामयाब रहा हूं'। ईमानदारी से कहूं तो यह मेरे लिए आश्चर्य की बात थी जब मैंने लोगों को कैमरों से बात करते या दिखने के लिए लड़ते देखा। मुझे अक्सर आश्चर्य होता है कि क्या कोई हमें देख भी रहा है।'