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महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे और मंत्री अनिल परब के करीबियों पर आयकर के छापे            

  राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के दो वरिष्ठ मंत्रियों आदित्य ठाकरे एवं अनिल परब के करीबियों पर मंगलवार सुबह से आयकर विभाग छापे की कार्रवाई कर रहा है। ये कार्रवाइयां मुंबई और पुणे में चल रही हैं। इन कार्रवाइयों को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत भाजपा पर विफरते नजर आए।  आयकर विभाग ने आज मुंबई और पुणे में करीब 20 स्थानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। कर चोरी के मामले में जिन ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, वे व्यवसायी सदानंद कदम, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के करीबी राहुल कनाल एवं परिवहन विभाग के एक अधिकारी बजरंग खरमाटे से संबंधित हैं।  खरमाटे परिवहन मंत्री अनिल परब के करीबी बताए जाते हैं। पिछले वर्ष पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय भी खरमाटे एवं अनिल परब से पूछताछ कर चुका है। पिछले सप्ताह ही शिवसेना के एक नेता यशवंत जाधव के ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने छापेमारी की थी। जाधव मुंबई महानगरपालिका की एक स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन हैं। आयकर विभाग को शक है कि जाधव एवं उनसे जुड़े कुछ ठेकेदारों ने करीब 200 करोड़ रुपयों की करचोरी की है।  शिवसेना नेताओं एवं उनके करीबियों पर पड़ रहे छापों से तिलमिलाए शिवसेना नेता संजय राऊत ने कहा है कि भाजपा प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल एटीएम की तरह कर रही है। इस विभाग का इस्तेमाल अवैध वसूली के लिए किया जा रहा है। राऊत ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े एक पूर्व ईडी अधिकारी का नाम लेते हुए कहा कि इस पूर्व अधिकारी ने भाजपा के करीब 50 प्रत्याशियों के चुनाव का खर्च उठाया है।  शिवसेना नेताओं एवं उनके करीबियों पर पड़ रहे छापों से तिलमिलाए शिवसेना नेता संजय राऊत ने कहा है कि भाजपा प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल एटीएम की तरह कर रही है। इस विभाग का इस्तेमाल अवैध वसूली के लिए किया जा रहा है। राऊत ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े एक पूर्व ईडी अधिकारी का नाम लेते हुए कहा कि इस पूर्व अधिकारी ने भाजपा के करीब 50 प्रत्याशियों के चुनाव का खर्च उठाया है।  राउत ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को ईडी अधिकारियों द्वारा जबरन वसूली का रिकार्ड दिया है। अब मुंबई पुलिस भी ईडी अधिकारियों के गठजोड़ से की जा रही जबरन वसूली की जांच शुरू करेगी। उन्होंने दावा किया कि इसमें ईडी के कुछ अधिकारी भी जेल जाएंगे। राउत ने सवाल किया कि केंद्रीय एजेंसियां सिर्फ पश्चिम बंगाल एवं महाराष्ट्र जैसे राज्यों के कुछ चुनिंदा लोगों को ही निशाना बना रही हैं। क्या उन्हें कोई और नहीं मिलता ?