बेंगलुरु में होगा डे-नाइट टेस्ट, रोहित की कप्तानी में भारत की नजर लगातार पांचवीं क्लीन स्वीप सीरीज जीत पर
अभिषेक त्रिपाठी, मोहाली। कोलकाता के ईडन गार्डेस स्टेडियम और अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम के बाद अब बेंगलुरु का एम चिन्नास्वामी स्टेडियम गुलाबी गेंद से भारत में तीसरे डे-नाइट टेस्ट मैच का आयोजन करने के लिए तैयार है। भारत ने अब तक अपनी सरजमीं पर हुए दोनों डे-नाइट टेस्ट जीते हैं और अब रोहित शर्मा की अगुआई में भारतीय टीम के श्रीलंका को मोहाली में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में पारी और २२२ रन से रौंदने के बाद सभी को १२ मार्च से बेंगलुरु में गुलाबी गेंद से होने वाले सीरीज के दूसरे टेस्ट का इंतजार है।
हालांकि, डे-नाइट टेस्ट का रिकार्ड और भारत के इस दौरे पर श्रीलंका का जिस तरह का प्रदर्शन रहा है उसे देखकर यह कहना मुश्किल नहीं होगा कि रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया लगातार पांचवीं सीरीज में क्लीन स्वीप करने को तैयार है। इससे पहले रोहित की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड को घरेलू टी-२० सीरीज में ३-० से हराया था। उसके बाद भारत दौरे पर आई वेस्टइंडीज की टीम को वनडे सीरीज में ३-० से मात दी थी और उसके बाद टी-२० सीरीज में भी वेस्टइंडीज का ३-० से सूपड़ा साफ किया था। इसके बाद भारत ने श्रीलंकाई मेहमानों का टी-२० सीरीज में ३-० से सफाया किया था। ऐसे में अब रोहित भी अपनी कप्तानी में पहली टेस्ट सीरीज क्लीन स्वीप के रूप में जीतना चाहेंगे।
डे-नाइट टेस्ट में मेजबानों का दबदबा : क्रिकेट प्रशंसकों के लिहाज से डे-नाइट टेस्ट के बारे में एक सबसे अच्छी बात यह है कि अब तक खेले गए सभी डे-नाइट टेस्ट के परिणाम निकले हैं, यानी कोई भी डे-नाइट टेस्ट ड्रा नहीं रहा है। हालांकि, डे-नाइट टेस्ट मैचों में मेजबान टीमों का दबदबा रहा है। अब तक १८ डे-नाइट टेस्ट मैच खेले गए हैं और इनमें से १६ में मेजबान टीमों को जीत मिली है। सिर्फ दो टेस्ट ऐसे रहे जिन्हें मेहमान टीम ने जीतने में सफल रहीं। इससे पहले भारत में भी जो दो डे-नाइट टेस्ट हुए हैं उनमें भी भारतीय टीम जीत दर्ज की हैं।
पर श्रीलंकाई टीम दे सकती है चुनौती : श्रीलंकाई टीम भले ही मोहाली टेस्ट तीन दिन के भीतर हार गई हो, लेकिन डे-नाइट टेस्ट में उसका रिकार्ड बेहतरीन है और उस रिकार्ड के दम पर श्रीलंकाई टीम भारत को चुनौती दे सकती है। श्रीलंका में अब तक कोई डे-नाइट टेस्ट नहीं खेला गया है, लेकिन श्रीलंकाई टीम ने दो बार विरोधी टीमों को उनकी ही मेजबानी में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैचों में हराया है। हालांकि, श्रीलंकाई टीम आस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेले गए एक डे-नाइट टेस्ट में हार भी चुकी है। लेकिन, श्रीलंका अकेली ऐसी टीम है जिसने विरोधी टीम को उसके घर में डे-नाइट टेस्ट में हराया है और यह बात श्रीलंका का मनोबल बढ़ाने का काम कर सकती है। हालांकि, पाकिस्तान ने दुबई में एक डे-नाइट टेस्ट में वेस्टइंडीज को हराया था, लेकिन इस टेस्ट का मेजबान पाकिस्तान ही था।
आस्ट्रेलिया के बाद भारत : बेंगलुरु का एम चिन्नास्वामी स्टेडियम डे-नाइट टेस्ट का आयोजन करने वाला देश का तीसरा स्टेडियम बनेगा। सिर्फ आस्ट्रेलिया में ही भारत से ज्यादा स्टेडियम में डे-नाइट टेस्ट हो चुके हैं। आस्ट्रेलिया के चार स्टेडियम डे-नाइट मैच आयोजित कर चुके हैं। भारत और आस्ट्रेलिया के अलावा किसी भी देश ने एक से ज्यादा स्टेडियम में डे-नाइट टेस्ट का आयोजन नहीं किया है। इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक-एक स्टेडियम डे-नाइट टेस्ट का आयोजन कर चुके हैं। कुल मिलाकर एम चिन्नास्वामी स्टेडियम डे-नाइट टेस्ट आयोजित करने वाला दुनिया का १२वां स्टेडियम बनेगा।
क्या कोहली का इंतजार होगा खत्म : भारत में अब तक कोलकाता और अहमदाबाद में डे-नाइट टेस्ट हुए हैं। कोलकाता में २०१९ में बांग्लादेश के खिलाफ हुए डे-नाइट टेस्ट में विराट कोहली ने अपना ७०वां अंतरराष्ट्रीय शतक जड़कर पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग की बराबरी की थी, लेकिन उसके बाद से वह किसी भी प्रारूप में शतक नहीं जड़ सके हैं। अब वह कप्तान भी नहीं है और १०० टेस्ट खेल चुके हैं। चिन्नास्वामी स्टेडियम आइपीएल फ्रेंचाइजी रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का घरेलू मैदान, जिसके पिछले सत्र तक कोहली कप्तान थे। इस स्टेडियम में कोहली ने तीन टेस्ट खेले हैं और चार पारियों में एक शतक व एक अर्धशतक की मदद से १८१ रन बनाए हैं। इस दौरान उनकी औसत ६०.३३ की रही है।
स्पिन या तेज गेंदबाज : भारत में हुए डे-नाइट टेस्ट में कोलकाता में तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा था। भारत के तेज गेंदबाजों ने इस टेस्ट में १९ विकेट झटके थे। वहीं अहमदाबाद में हुए डे-नाइट टेस्ट में भारतीय स्पिनरों ने जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इस मैच भारत के स्पिनरों ने १८ विकेट अपने नाम किए थे। चिन्नास्वामी स्टेडियम में स्पिनरों को हमेशा फायदा मिलता है और ऐसे में देखना होगा कि भारतीय स्पिनर यहां क्या कमाल दिखाते हैं।