मनोहरलाल के बजट में राहतों व तोहफों की झड़ी , सुषमा स्वराज पुरस्कार का ऐलान
चंडीगढ़, जेएनएन। प्arब्aहa ँल््ुाू २०२२ थ्ग्न : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल वित्तमंत्री के तौर पर राज्य विधानसभा पेश कर रहे हैं। बजअ में राहतों और तोहफों की भरमार है। वह प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का तीसरा आम बजट पेश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कोरोना काल की चर्चा करते हुए कहा कि हमने कोरोना की तीनों लहर के दौरान अच्छा काम किया और इससे उबरें हैं। हमने पिछले बजट के बाद कई कार्य किए और कई उपाय किए। उन्होंंने महिला दिवस के मद्देनजर कई घोषणाएं की। उन्होंने राज्यस्तरीय सुषमा स्वराज पुरस्कार की घोषणा की। इसके तहत प्रशस्ति पत्र और पांच लाख रुपये दिए जाएंंगे। उन्होंने महिला उद्यमियों के लिए भी पुरस्कार की घोषणा की।
मनोहर लाल ने कहा कि लघु उद्यमिता समर्थन निधि योजना शुरू करने का प्रस्ताव है। वित्तीय संस्थानों के लिए अधिकतर तीन लाख रुपये के ऋण पर पांच प्रतिशत की दर से ब्याज सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य मेंं इस साल ३०० किलोमीटर लंबी नई सड़कें बनेंगी और छह हजार किलोमीटर सड़कों का सुधारीकरण होगा। २२ अतिरिक्त आरओबी वीयूपी का कार्य शुरू करने का प्रस्ताव भी है। अंबाला व भिवानी शहरों के लिए रिंग रोड तथा हिसार, करनाल, कुरुक्षेत्र और जींद शहरों के लिए बाईपास की योजनाओं को पंख लगेंगे।
मनोहर लाल ने कहा कि पांच हजार रिचार्ज बोरवेल के निर्माण का लक्ष्य है। सरकार सिंचाई के लिए मानसून के पानी का उपयोग करने का एक नया विजन लेकर आई है। एक हजार पुलियों का निर्माण अगले चीन साल में करेंगे। शिवालिक और अरावली की पहाड़ियों में चैक डैम बनाने की योजना है। गुरुग्राम व झज्जर जिलों में सिंचाई उद्देश्यों के लिए उपचारित अपशिष्ट जल उपलब्ध कराने को गुरुग्राम के धनवापुर एसटीपी से चैनल क्षमता को बढ़ाया जाएगा। नूंह और गुरुग्राम जिलों के लिए २०० क्सूसिक क्षमता की मेवात फीडर नहर का निर्माण होगा।गुरुग्राम जलापूर्ति चैनल की वर्तमान १७५ क्यूसिक की क्षमता को बढ़ाकर ४७५ क्यूसिक करने के लिए इसकी रीमाडलिंग शुरू होगी।
मनोहर ने कहा कि राज्य में इस साल तक हर गांव में २४ घंटे बिजली आपूर्ति की जाएगी। सभी लंबित आवेदनों के कनेक्शन जारी होंगे। औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जैव ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए एक मैचिंग ग्रांट स्कीम शुरू होगी।
उन्होंने महिलाओं के उत्थान के कार्यों के लिए सुषमा स्वराज पुरस्कार की घोषणा की। इसके साथ ही हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना शुरू होगी। ऐसी महिलाएं जिनकी आय पांच लाख रुपये से कम हैं, लेकिन वह उद्यमिताके क्षेत्र में काम करना चाहती हैं, उन्हें सात प्रतिशत की दर से तीन लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि फरीदाबाद, गुरुग्राम व पंचकूला में कामकाजी महिलाओं के लिए हास्टल बनेंगे। भिवानी के कुडल व छापर व सोनीपत के गन्नौर में तीन नए सरकारी महिला कालेज खुलेंगे। इस साल १० हजार नए स्वत: सहायता समूह खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि करनाल, हिसार, रोहतक और गुरुग्राम में स्पोर्ट्स इंजरी रिहेबिलिटेशन केंद्र खुलेंगे। पंचकूला में हरियाणा राज्य खेल संस्थान स्थापित करने की योजना है। एशियाई और राष्टमंडल खेलों में भाग लेने वाले पात्र खिलाड़ियों को कुल पुरस्कार राशि का एक तिहाई एडवांस मिलेगा, जिससे वे तैयारी कर सकेंगे। राज्य में नई ११०० खेल नर्सरियां खुलेंगी। ५०० नर्सरी सरकार चलाएगी और ६०० पीपीपी मोड पर चलेंगी। इससे २५ हजार युवाओं को लाभ मिलेगा। १० डे बार्डिंग और आठ आवासीय अकादमियां शुरू करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक माडल टाउनशिप मेंबुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एचएसआइआइडीसी दवारा एक हजार करोड़ रुपये की राशि अलग से रखी जाएगी। सोहना में एक इलेक्ट्रानिक विनिर्माण कलस्टर की स्थापना होगी, जिस पर ६६२ करोड़ रुपये खर्च होंगे। दो साल की अवधि के लिए एमएसएमई क्षेत्र के उद्योगों से प्राकृतिक गैस पर एकत्र वैट पर ५० प्रतिशत प्रतिपूर्ति मिलेगी। एनसीआर में स्थित एमएसएमई क्षेत्र के उद्योगों को सहायता प्रदान करने के लिए बायलरों को कोयले या डीजल से स्वच्छ ईंजन में बदलने के लिए पूंजीगत व्यय के ३० प्रितशत की सीमा को अधिकतर १५ लाख रुपये तक ले जाया जाएगा । पानीपत में एचएसआइआइडीसी पानीपत में कपड़ा उद्योग के लिए सांझा बुनियादी ढांचे के रूप में भाग बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देगी। औद्योगिक निर्यात के लिए माल ढुलाई सब्सिडी योजना शुरू होगी। फैक्टरियों में अग्नि सुरक्षा निरीक्षण तीन साल में एक बार ही होगा।
हिसार में एक एकीकृत विमानन हब विकसित करने का प्रस्ताव है। हिसार में ७२०० एकड से अधिक भूमि को अमृतसर कोलकाता इंडस्टरियल कारिोर योजना के एक भाग के रूप में एकीकृत विनिर्माण कलस्टर के रूप में विकसित किया जाएगा। यह कार्य नेशनल इंडस्टरियल कारिडोर डेवलपमेंट कारपोरेशन के सहयोग से किया जाएगा। राज्य में लघु पुनरुत्थान योजना कोष की स्थापना होगी।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में दूसरा बच्चा होने पर भी पांच हजार रुपये की राशि मिलेगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय गुरु-शिष्य कौशल प्रशिक्षण तंक्ष की स्थापना करेगा। प्रमाणित शिल्पकारों को गुरु के रूप में नामित किया जाएगा। हरियाणा में २०० नए रोजगार मेले लगेंगे। अगले दो साल में एक लाख युवाओं को प्रशिक्षण व प्लेसमेंट दिया जाएगा। जींद में छह नई औद्योगिक स्वच्छता प्रयोगशालाएं स्थापित होंगी।
उन्होंनेकहा कि हिसार, रोहतक, सोनीपत, अंबाला, करनाल और पंचकूला में छह नए १०० बिस्तरों वाले ्स्पताल तथा करनाल, रोहतक, झाड़ली, गन्नौर, मुलाना, घरौंडा, फर्रुखनगर, कोसली, साहा, छछरौली, पटौदी, भूना, चरखी दादरी व उकलाना मंडी में १४ नए ईएसआई औषधालय बनेंगे। बाल मजदूरी व प्रवासी पुनर्वास के मुद्देको बल करने के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद में बाल श्रम पुरन्वास केंद्र तथा प्रवासी बच्चोंके लिए गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद और पानीपत में चार नए स्कूल खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार अंबाला में मानसिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक आजीवन देखभाल गृह की स्थापना करेगी। एचआइवी पीड़ित २१ हजार लोगों को २२५० रुपये प्रति माह वित्तीय सहायता मिलेगी। इस साल सरकार २० हजार नए मकानों का निर्माण करेगी। परिवार पहचान पत्रों में जो व्यक्ति गरीब हैं और उनके पास मकान नहीं है, उन्हें सरकार मकान देगी। चार लाख परिवारों को नए राशनकार्ड मिलेंगे
उन्होंने कहा कि हरियाणा में १०० वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्र बनेंगे। प्रख्यात पर्यावरणविद दर्शन लाल जैन के नाम पर तीन लाख और एक लाख रुपये का पुरस्कार शुरू होगा। हरियाणा में १० हाइटेक नर्सरियां बनेंगी। ईको-टूरिज्म पालिसी तैयार होगी। वृक्ष गणना और जिटोटैग शुरू होगा। कालका से कलेसर तक डेढ़ सौ किलोमीटर लंबी नेचर टरेल स्थापित होगी।
उन्होंने कहा कि प्रगतिशील किसानों के सहयोग से प्रगतिशील किसान कृषि दर्शन योजना शुरू होगी।किसानों के टूर और प्रशिक्षण का खर्च हरियाणा सरकार देगी। एक लाख अंत्योदय परिवारों को पशुपालन के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया। प्राकृतिक व जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए तीन साल का उत्पादन आधारित प्रोत्साहन कार्यक्रम १०० कलस्टर्स में प्रति कलस्टर की कम से कम २५ एकड भूमि पर शुरू किया जाएगा। बाजरे की कटाई के उपरांत ब्रांडिंग व उचित प्रबंधन के लिए ५० करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। बाजरा व मोटे अनाज के अनुसंधान के लिए भिवानी में क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र खुलेगा।जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए फतेहाबाद व सिरसा में सूक्ष्म सिंचाई को प्रोत्साहन देंगे। हरियाणा में २५ लाख मृदा नमूने लेकर किसानों को जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाने को कहा जाएगा।