मिठाईलाल के बेटे अरविंद की शादी 2019 में हुई थी। उसकी पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। मायके वालों ने परिवार के सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अरविंद कुछ दिन पहले जेल से जमानत पर बाहर आया है। वह दिसंबर में दूसरी शादी की तैयारी कर रहा था, जिसका विरोध उससे ससुराल के लोग कर रहे थे।
सरायइनायत के यरना कुटिया गांव में आधी रात घर में घुसे बदमाशों ने मिठाईलाल (60) की हत्या कर दी। लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अधमरा करने के बाद उसे गोली मार दी। इस दौरान उसके दो बेटों व पत्नी पर भी हमला किया गया। शोरगुल सुनकर गांववाले दौड़े तो हमलावर भाग निकले। परिजनों ने बेटे के साले समेत दो लोगों को नामजद कराया है। उनका आरोप है कि बहू की मौत के बाद से उसका भाई धमकी दे रहा था। इसी विवाद में उसने वारदात की। पुलिस ने बताया कि दोनों नामजद आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
मिठाईलाल खेती करता था। परिवार में दो बेटों अरविंद व अभिषेक व पत्नी रज्जि देवी हैं। परिजनों के मुताबिक, रविवार रात करीब एक बजे लाठी-डंडों व असलहों से लैस बदमाश घर में घुस आए और बरामदे में सो रहे अभिषेक पर हमला बोल दिया। बेटे की चीख सुनकर मिठाईलाल जागा तो उस पर भी ताबड़तोड़ वार किए।
इसी दौरान उसने एक हमलावर को दबोच लिया तो बदमाशों ने उसे गोली मार दी। कमरे में सो रहा बड़ा बेटा अरविंद व पत्नी रज्जी देवी आई तो उन पर भी हमला कर दिया। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो हमलावर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस बुजुर्ग को अस्पताल ले गई लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। जिसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
उधर, तीनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां अभिषेक की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया। इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया ने बताया कि बेटे अरविंद ने तहरीर देकर अपने साले महेशचंद व रोहित को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
दूसरी शादी की बात से था नाराज
पुलिस के मुताबिक, अरविंद ने पूछताछ में बताया कि नवंबर 2019 में उसकी पत्नी आरती निवासी बौड़ई कोट, कटौता फूलपुर ने फांसी लगा ली थी। इस मामले में उसके साले महेशचंद्र ने उस पर व उसके माता-पिता व भाई पर मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने उसे जेल भेजा था और ढाई महीने पहले ही छूटकर घर आया था।
अरविंद दिसंबर में दूसरी शादी करने वाला था जिसका ससुराल वाले विरोध कर रहे थे। दरअसल आरती की मौत के बाद उसके दो बच्चों रिया (10) व रितिक (8) का पालन पोषण उसके मायकेवाले ही कर रहे हैं। उनका कहना था कि अरविंंद के हिस्से की संपत्ति दोनों बच्चों के नाम होनी चाहिए। बात नहीं मानने पर ही वह नाराज थे।