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पासपोर्ट खो जाने के बावजूद पीएमओ ने सुनिश्चित की अमनजोत की वापसी, दो घंटे में जारी हुआ इमरजेंसी सर्टिफिकेट

नई दिल्ली। युद्ध क्षेत्र की तमाम चुनौतियों के बीच सरकार छात्रों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने में जुटी है। नए नए बार्डर ढूंढने के अलावा छात्रों की व्यक्तिगत परेशानियों को हल करने में भी पीएमओ और विदेश मंत्रालय के अधिकारी जुटे हैं। खार्कीव के मेडिकल कालेज में पढ़ने वाली अमनजोत नाम की एक छात्रा का पासपोर्ट खो जाने की जानकारी मिलने के तत्काल बाद पीएमओ हरकत में आया और दो घंटे के भीतर छात्रा को इमरजेंसी सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया गया । दैनिक जागरण से बात होने तक वह पोलैंड की सीमा से लगभग एक घंटे की दूरी पर थी। दरअसल खार्कीव में रूस के बढ़ते हमले के बीच यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने छात्रों को तत्काल शहर छोड़ने का निर्देश जारी कर दिया। इसके बाद भारतीय छात्र हर संभव साधन से खार्कीव से निकलने लगे। लेकिन इस अफरातफरी में अमनजोत का पासपोर्ट कहीं गुम हो गया। गनीमत सिर्फ इतनी थी कि उसने मोबाइल में पासपोर्ट की फोटो खींच रखी थी। उसने अपनी समस्या को भारत स्थिति कुछ लोगों से साझा की और लखनऊ के एक होटल इंडस्ट्री में काम करने वाले विजय मिश्रा ने दिल्ली में अपने संपर्क के जरिए प्रधानमंत्री के सलाहकार अमित खरे और विदेश मंत्री जयशंकर से मदद का आग्रह किया। बताते हैं कि खरे ने तत्काल विदेश मंत्रालय को आगाह किया। तत्काल अमनजोत से संपर्क किया गया और पासपोर्ट के फोटो के आधार पर भारतीय दूतावास ने उसके लिए इमरजेंसी सर्टिफिकेट जारी कर दिया। इस सर्टिफिकेट की मदद से अमनजोत के लिए पोलैंड से भारत की उड़ान भरना अब संभव होगा। पोलैंड में भारतीय छात्रों के ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। दैनिक जागरण से व्हाट्सएप के जरिए चैट में अमनजोत ने कहा कि रास्ते में ट्रैफिक बहुत ज्यादा है जिसके कारण कुछ मिनट की दूरी भी घंटों में तब्दील हो रही है। उसने आशा जताई कि एक घंटे में संभवत: वह सुरक्षित पोलैंड पहुंच जाएगी।