Right Banner

कारिडोर बनाकर खार्कीव से भारतीयों को निकालेगी रूसी सेना, रूस का आश्वासन

नई दिल्ली [जयप्रकाश रंजन]। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाके खार्कीव में फंसे सैकड़ों भारतीय छात्रों को निकालने में मदद करने का आश्वासन दिया है। खार्कीव की स्थिति खराब होने की सूचनाओं के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार देर रात राष्ट्रपति पुतिन से बात की और भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। मोदी-पुतिन वार्ता के बारे में भारत सरकार की तरफ से संक्षिप्त जानकारी दी गई, लेकिन रूस सरकार की तरफ से इस बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसमें यूक्रेन पर आरोप लगाया गया है कि उसकी सेना भारतीय छात्रों को ह्यूमन शील्ड (मानव ढाल) के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। रूसी सेना एक कोरिडोर बनाकर उन्हें सुरक्षित निकालने का इंतजाम कर रही है। इससे पहले दिन में भारत में रूस के नए राजदूत डेनिस अलीपोव और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने खार्कीव से भारतीय छात्रों को निकालकर रूस ले जाने के बारे दोनों देशों के बीच हो रही बातचीत का संकेत दिया था। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच तीन दिनों के भीतर यह दूसरी बातचीत है। क्रेमलिन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि रूसी पक्ष खार्कीव से भारतीय छात्रों को एक कारिडोर से निकालने की कोशिश कर रही है ताकि उन्हें सबसे नजदीकी रूसी इलाके में ले जाया जा सके। यह भी कहा गया है कि रूसी सेना वह सब कर रही है जिससे भारतीय नागरिकों को युद्धभूमि से सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। इसमें आगे कहा गया है कि भारतीय छात्रों को यूक्रेन के सुरक्षा बलों ने अगवा कर लिया है और उनका इस्तेमाल ह्यूमन शील्ड की तरह किया जा रहा है। रूस का यह भी आरोप है कि यूक्रेन की सेना भारतीय छात्रों को बाहर जाने से रोक रही है। रूस के आरोप पर भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। रूस सरकार की मंशा संभवत: भारतीय छात्रों के मुद्दे को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करने की है क्योंकि अभी तक भारत सरकार का यही कहना है कि यूक्रेन की तरफ से भी उसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद मिल रही है। देर रात प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर एक उच्चस्तरीय बैठक में आपरेशन गंगा की समीक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी रोजाना एक से दो बार सीधे तौर पर कैबिनेट के सहयोगियों के साथ बैठक कर यूक्रेन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के अभियान की जानकारी ले रहे हैं। बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अलावा विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला व कुछ दूसरे अधिकारी उपस्थित थे। विदेश सचिव ने बैठक में प्रधानमंत्री को आपरेशन गंगा के बारे में तमाम जानकारियां दीं।