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आधुनिक समाचार ब्यूरो सरफराज अहमद फूलपुर प्रयागराज

कोरोना वैरीयर्स आशा, रसोइयो ने किया धरना प्रदर्शन, स्थाईकरण के लिए एस डी एम को सौपा ज्ञापन 

कई महीनों से बकाया है आशा व रसोइयों का मानदेय

आज ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन के व ऐक्टू के राज्य स्तरीय आह्वान पर आशा व रसोइयों ने कई महीनों से बकाए मानदेय व स्थाईकरण के लिए फूलपुर तहसील में शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन करते हुए एस डीएम फूलपुर युवराज सिंह को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा, धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव  डॉ कमल उसरी ने कहा कि आज 100 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज लगाएं जाने का प्रचार प्रसार करते हुए केंन्द्र व राज्य सरकार थक नही रही है, लेकिन इस लक्ष्य जिन बहादुर कर्मचारियों ने कोरोना वैरीयर्स ने पूरा किया है, सरकार उनके बारे में बात करने को तैयार नहीं है, कोरोना संकट के समय अपने जान की परवाह किए वग़ैर रात दिन काम करने वाली आशाओं को कोरोना वैरीयर्स घोषित करते है स्थाई करने के बजाय कई महीनों से उन्हें पारिश्रमिक भी नहीं दिया जा रहा है, रसोइयों ने कोविड के मरीजों के लिए बने कोरेनटाइन सेंटर पर भोजन बनाया लेकिन अभी भी उनका सात महीने से तक़ का वेतन बकाया है, इसीलिए सरकार की श्रमिक विरोधी गलत नीतियों का विरोध करते हुए ऐक्टू राष्ट्रीय स्तर पर स्कीम वर्कर्स की गोलबंदी लगातार कर रही है,
उ प्र वर्कर्स यूनियन फूलपुर की संयोजक मंजू देवी ने कहा कि हम बहुत अपमानजनक, जोखिम भरी स्थितियो मे अल्प मानदेय व अनुतोष राशि पर कार्य करने के लिए विवस हैं , और उसका भी भुगतान कभी भी समय से नही होता , पाररिवारिक जीवन इन  परिस्थितियो  मे बहुत कठिनाई है , त्योहारो के समय भी मानदेय व अनुतोष राशियो का भुगतान नही किये गये हैं अत : बाध्य होकर हमे अपनी मांगों के लिए सामूहिक रुप से एकत्र होकर मांग करनी पड रही है, आशा कर्मियो  के मानदेय लंबित बकायों  (इनसेंटिव) का भुगतान  तुरंत किया जाए, कोविड -19 महामारी-प्रबंधन कार्य में लगे आशा कर्मियो के  लिए सुरक्षात्मक उपकरण, अस्पताल में भर्ती को प्राथमिकता, 50 लाख रुपये का बीमा कवर, आश्रितों को पेंशन/ नौकरी, प्रति माह 10,000 रू का अतिरिक्त कोविड जोखिम भत्ता, संक्रमित हुए सभी वर्कर्स के लिए न्यूनतम दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए, 45वें व 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के अनुसार आशा/ संगिनी को श्रमिक के रूप में मान्यता दो, 21000 रू प्रतिमाह न्यूनतम वेतन , 10000रू प्रतिमाह पेंशन तथा  ईएसआई, पीएफ आदि प्रदान करो, आशा, आल इंडिया सर्विस नियमावली बनाई जाए.
सभी को कम से कम 15 दिनों  का आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश, प्रसूति अवकाश, सर्दी गर्मी कि छुट्टियों का अवकाश दिया जाए,

 उ प्र मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की संयोजक शिला देवी ने कहा कि रसोईया के लिए आल इंडिया सर्विस नियमावली बनाई जाए.
रसोईया के  लंबित 7 माह के मानदेय  का भुगतान तुरंत किया जाय, केंद्र प्रायोजित योजनाओं जैसे आईसीडीएस, एनएचएम व मिड डे मील स्कीम के बजट आबंटन में बढ़ोतरी कर इन्हें स्थायी बनाओ। आईसीडीएस और मिड डे मील स्कीम के सभी लाभार्थियों के लिए अच्छी गुणवत्ता के साथ पर्याप्त अतिरिक्त राशन तुरंत प्रदान किया जाए। इन योजनाओं में प्रवासियों को शामिल किए जाए।केंद्रीयकृत रसोईयां और ठेकाकरण न किया जाए। 
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से पुष्पा देवी मौर्या,, रेणु पटेल, संजू, निर्मला देवी, रजिया बानो, शांति देवी, अरुणा देवी, सीता देवी, पुष्पा यादव, लक्ष्मी देवी, कंचन यादव, सगुनी देवी,शिला देव इत्यादि शामिल रहें, धरना प्रदर्शन को ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव डॉ कमल उसरी, एड वीरेन्द्र सिंह, एड नागेंद्र प्रताप सिंह, कॉम देवानंद मंत्री इफ्फो फूलपुर ठेका मजदूर संघ इत्यादि ने समर्थन किया,

मंजू देवीसंयोजक फूलपुर*
उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन /
शीला देवी- संयोजक फूलपुर उत्तर प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन, द्वारा संयुक्त रूप से जारी 9450616825,