Ind vs SL: कोहली के पास मोहाली टेस्ट में वो रिकार्ड बनाने का मौका जो किसी भारतीय बल्लेबाज ने नहीं बनाया
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज के चार मार्च से मोहाली में शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच के साथ भारतीय क्रिकेट एक नए युग में प्रवेश करेगा। 34 साल के रोहित शर्मा पहली बार टेस्ट कप्तान के रूप में खेलते नजर आएंगे तो 33 साल के पूर्व कप्तान विराट कोहली सात साल से ज्यादा समय के बाद सिर्फ बतौर बल्लेबाज किसी टेस्ट मैच में उतरेंगे। इस तरह से यह टेस्ट मैच रोहित के लिए तो यादगार होगा, साथ ही विराट के लिए भी यह खास है, क्योंकि यह विराट के करियर का 100वां टेस्ट मैच होगा। ऐसे में विराट मोहाली में शतक जड़कर अपने 100वें टेस्ट को यादगार बनाना चाहेंगे।
विराट ने अपना पिछला अंतरराष्ट्रीय शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में बनाया था। उसके बाद से विराट ने 15 टेस्ट की 27 पारियां खेली हैं, लेकिन उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला। इस दौरान उन्होंने सिर्फ छह अर्धशतक जड़े हैं और उनका सर्वाधिक स्कोर 79 रन रहा है। इस दौरान उनकी बल्लेबाजी औसत भी सिर्फ 28.14 का रहा है। वहीं यदि तीनों प्रारूपों की बात की जाए तो पिछले शतक के बाद से विराट ने कुल 61 मैचों की 70 पारियां खेली हैं, जिनमें उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 94 रन रहा है। इस दौरान उन्होंने 24 अर्धशतक जड़े और उनकी औसत 38.04 की रही।
कमाल की बात यह है कि लंबे समय से इस खराब रिकार्ड के बावजूद विराट के नाम टेस्ट में टेस्ट में 27 शतक और तीनों प्रारूपों में मिलाकर 70 शतक लगाए हैं। आज भी उनकी टेस्ट में बल्लेबाजी औसत 50.39 का है तो तीनों प्रारूपों में यह औसत 54.30 का है। विराट के शतक और औसत बताते हैं कि वह कितने बड़े बल्लेबाज हैं और अब जब वह अपने 100वें टेस्ट में उतरेंगे तो वह खुद भी अपने शतकों के सूखे को खत्म करना चाहेंगे। उनके लिए फायदे की बात यह होगी कि अब कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं होने से वह उन्मुक्त होकर बल्लेबाजी कर सकेंगे।
मोहाली को भी विराट के शतक का इंतजार : विराट के लिए एक चिंता की बात यह भी है कि मोहाली का आइएस बिंद्रा स्टेडियम उन स्टेडियम में शामिल है जहां वह अभी तक कोई टेस्ट शतक नहीं लगा सके हैं। यहां उन्होंने अभी तक तीन टेस्ट खेले हैं और इस दौरान दो अर्धशतकों के साथ 49.75 की औसत से 199 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 67 रन रहा है। इस तरह से मोहाली को भी विराट के शतक का इंतजार है।
कोई भारतीय नहीं जड़ सका 100वें टेस्ट में शतक : 100 टेस्ट खेलने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी इंग्लैंड के कोलिन काउड्रे थे। उन्होंने जुलाई 1968 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज के दौरान बर्मिघम टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी। इस टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 104 रन बनाए थे और इस तरह से वह न सिर्फ 100 टेस्ट खेलने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने, बल्कि 100वें टेस्ट में शतक जड़ने वाले भी पहले खिलाड़ी बने। वैसे अब तक नौ खिलाड़ी अपने 100वें टेस्ट में शतक जड़ चुके हैं।
आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने अपने 100वें टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, जबकि इंग्लैंड के जो रूट 100वें टेस्ट मंे दोहरा शतक जड़ने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। काउड्रे के अलावा इंजमाम उल हक, रिकी पोंटिंग, ग्रीम स्मिथ और जो रूट ने उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो अपने 100वें टेस्ट में शतक बनाने के साथ ही अपनी टीम के कप्तान भी थे। अब तक 11 भारतीय 100 टेस्ट खेल चुके हैं, लेकिन कोई भी भारतीय अपने 100वें टेस्ट में शतक नहीं जड़ सका है। ऐसे में अब विराट से सभी को उम्मीद होगी कि वह अपने 100वें टेस्ट में शतक जड़कर इस सूची में भारतीयों की उपस्थिति दर्ज कराएं।