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जन औषधि केंद्र को बढ़ावा देने के लिए एक से सात मार्च तक जन औषधि सप्ताह मनाया जा रहा है: स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया

नई दिल्ली, एएनआइ। देशवासियों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को सस्ती बनाने की दिशा में, केंद्र सरकार हर मुमकिन प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के माध्यम से लोगों के बीच, सस्ती और गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जन औषधि केंद्रों को देशभर में बढ़ावा देने के लिए 1 से 7 मार्च तक जन औषधि सप्ताह मनाया जा रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने जन औषधि केंद्र के बारे में बताते हुए कहा, 'सभी को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए भारत में करीब 8,600 जन औषधि केंद्र चल रहे हैं। इसे बढ़ावा देने के लिए 1 से 7 मार्च तक जन औषधि सप्ताह मनाया जा रहा है। इन केंद्रों से लाखों लोग सस्ते दामों पर दवाएं खरीदते हैं।' साथ ही मंत्री ने जेनेरिक दवाओं के उपयोग के बारे में और अधिक प्रोत्साहन देने और जागरूकता पैदा करने की बात कही।

आपको बता दें कि जन औषधि दिवस' का मुख्य कार्यक्रम 7 मार्च 2022 (सोमवार) के दिन विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा । इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री, डा मनसुख मंडाविया और रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री, श्री भगवंत खुबा इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

फार्मास्युटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो आफ इंडिया (पीएमबीआई) , फार्मास्युटिकल विभाग के तत्वावधान में, सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को कवर करते हुए देश भर में विभिन्न स्थानों पर सप्ताह भर चलने वाले समारोहों का आयोजन करके अपना चौथा जन औषधि दिवस मनाने जा रहा है। इस चौथे जन औषधि दिवस की इस साल की थीम 'जन औषधि-जन उपयोगी' रखी गई है।‌ इससे जेनेरिक दवाओं के उपयोग और जन औषधि परियोजना के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा होगी।