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UP Election 2022: गोंडा में स्वतंत्रदेव सिंह ने अखिलेश पर बोला हमला, कहा- भाजपा जन की बात करती है; सपा गन की

 

 

गोंडा, जागरण संवाददाता। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार को गोंडा विधानसभा के सालपुर बाजार में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सपा, बसपा व कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला। राष्ट्रवाद और विकास के लिए भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश में विकास करने के लिए सरकार बनाती है। सपा लूटपाट करने के लिए सरकार बनाती है। 

सदर प्रत्याशी प्रतीक भूषण सिंह के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का निर्माण कराकर सम्मान दिलाया। बाबा भीमराव आंबेडकर के पद चिह्नों पर चले और उनकी जयंती पूरे विश्व में मनवाई। कहा कि जब चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बना तो कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का काम किया। भाजपा ने पांच वर्ष के शासनकाल में प्रदेश में गरीबों के घर बनाए गए। जो गरीब रह गए हैं उनके घर 2024 तक बन जाएंगे। कहा कि योगी सरकार में कोई दंगा नहीं हुआ। सपा के शासनकाल में बिजली कम आती थी, बिल ज्यादा आता था। भाजपा ने सत्ता आते ही 18 से 20 घंटे तक बिजली की आपूर्ति करवाई। कहा कि चुनाव में जाति, धर्म, व्यक्ति के चक्कर में न पड़ें, भाजपा को भारी मतों से जिताएं। 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा जन, मन की बात करती है और सपाई गन की बात करते हैं।अगर सपा बसपा का समर्थन किया तो यह महापाप होगा। भाजपा में सबका साथ, सबका विकास हो रहा है। कहा कि पूरे प्रदेश में घूम-घूमकर फ्री बिजली देने की बात करने वाले सपा मुखिया अखिलेश यादव का प्लान दरअसल फ्री बिजली देने का नहीं है, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को बिजली से मुक्त कर देने का है। कहा कि अखिलेश यादव का अर्थशास्त्र कहता है कि जब बिजली रहेगी ही नहीं तो अपने आप फ्री हो जाएगी। 

उन्होंने कहा कि सपा सरकार में प्रदेश को प्रतिदिन बमुश्किल 3 से 4 घण्टे बिजली मिलती थी, जबकि बीजेपी सरकार में 18 से 24 घण्टे बिजली दी जा रही है। ग्रामीण वो दिन भूल नहीं सकते, जब रातों में लालटेन की रोशनी का सहारा हुआ करता था। प्रदेश अध्यक्ष ने सपा के शासन को उत्तर प्रदेश के इतिहास में काला अध्याय करार देते हुए कहा कि जब गुंडे-माफिया सरेआम बहन बेटियों के साथ आपराधिक घटनाएं करते थे और एफआईआर तक नहीं लिखी जाती थी, अपराधी थानों में चाय पीते थे।