Right Banner

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई सुसाइड नोट को लेकर भी सबूत जुटाने में लगी है। इसी के तहत अब महंत के करीबी सेवादारों-शिष्यों की हैंडराइटिंग के नमूने लिए गए हैं। इन नमूनों का मिलान सुसाइड नोट की लिखावट से कराए जाने की तैयारी है। इसका कवायद का मकसद सुसाइड नोट को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब ढूंढ़ना है। 

महंत के कमरे से बरामद सुसाइड नोट को लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े हुए थे। उसकी लिखावट के साथ-साथ कई अन्य तरह की बातें भी सामने आई थीं। इसी के तहत सुसाइड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भी भेजा गया। इसी क्रम में अब जांच में जुटी सीबीआई ने महंत के मठ और मंदिर में रहने वाले कुछ बेहद करीबी लोगों की हैंडराइटिंग के नमूने लिए हैं।

इनमें चहेते शिष्यों के साथ ही सेवादार भी शामिल हैं। लिखावट का नमूना लेते वक्त उनसे महंत का नाम भी  लिखवाया गया। सूत्रों का कहना है कि इस कवायद का मकसद सुसाइड नोट को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब ढूंढ़ना है।

दरअसल यह चर्चा भी सामने आई थी कि सुसाइड नोट खुद न लिखकर महंत ने किसी करीबी से लिखवाया। महंत के सिग्नेचर को लेकर भी सवाल खड़े हुए। सुसाइड नोट में कटिंग को लेकर भी चर्चाएं होती रहीं। यही वजह है कि अब करीबियों की लिखावट के नमूनों के जरिए सुसाइड नोट का सच जानने की तैयारी है।

सूत्रों का कहना है कि महंत के शिष्यों व सेवादारों के करीबी भी जांच टीम के रडार पर हैं। सीबीआई इस बात का पता लगा रही है कि मठ और मंदिर में शिष्यों व सेवादारों का मिलना जुलना किन लोगों से था। वह कौन लोग थे, जो उनसे मिलने आया करते थे। किनके साथ उनका उठना बैठना था और उन लोगों में कौन शामिल थे जिनकी शिष्यों व सेवादारों से बेहद प्रगाढ़ता थी।