UP Election 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- बुलडोजरों की हो रही मरम्मत, 10 मार्च के बाद काम आएंगे
UP Election 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- बुलडोजरों की हो रही मरम्मत, 10 मार्च के बाद काम आएंगे
लखनऊ, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से सपा समेत सभी विपक्षी दलों पर निशाना साधा। कहा, 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति क्या थी और 2017 के बाद आज क्या स्थिति है। यह हर किसी को पता है। सपा, बसपा और कांग्रेस की संवेदना पेशेवर अपराधी और माफियाओं के साथ है। ये दल कैराना, रामपुर और मऊ में बैकडोर से माफियाओं को टिकट देकर फिर से प्रदेश को दंगे और भय की ओर ले जाना चाहते हैं।
सरोजनीनगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राजेश्वर सिंह के समर्थन में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चुनाव 80 बनाम 20 का है। 80 फीसदी सीटें भाजपा को जा रही हैं। 20 में बंटवारा है। बुंदेलखंड में भाजपा के अलावा किसी अन्य दल की बोहनी भी नहीं होने वाली है। उन्होंने कहाकि प्रदेशभर के बुलडोजर को मरम्मत में लगा दिया है। इनकी आवश्यकता 10 मार्च के बाद पड़ेगी। अब उत्तर प्रदेश में कफ्र्यू नहीं, शानदार कांवड़ यात्रा निकलती है। अब बाजारों में बमबारी नहीं, हर-हर, बम-बम के नारे लगाकर कांवड़ यात्री निकलते हैं।
बोले, यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां बड़े-बड़े माफिया सत्ता के शागिर्द बनते थे। कोई भी सरकार रही हो, उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता था। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, महापौर संयुक्ता भाटिया, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा और शंकरी सिंह आदि मौजूद रहे।
योगी ने कहा कि हम लोग कहते हैं, सबका साथ-सबका विकास, लेकिन उनके लिए सबका साथ और केवल सैफई खानदान का विकास प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आज उनको याद आ रहा है कि जब सरकार में आएंगे, तो नौकरी दे देंगे। जब थे तब क्या किया था। पैसा लेकर डिप्टी कलेक्टर के 86 पदों में से 66 एक ही जाति के भर दिए गए थे, जो व्यक्ति 50-60 लाख देकर डिप्टी कलेक्टर बना होगा, वह क्या गरीब की सेवा करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का युवा स्मार्ट बने, इसलिए हमने एक करोड़ युवाओं को स्मार्टफोन देने का कार्यक्रम आगे बढ़ाया है, लेकिन सपा ने चुनाव आयोग से शिकायत कर दी कि प्रदेश के युवाओं को स्मार्टफोन देने की आवश्यकता नहीं। इस पर रोक लगानी चाहिए। हमने कहा चिंता मत करो, अभी तो एक करोड़ को दे रहे हैं। 10 मार्च को जब आएंगे, तो दो करोड़ युवाओं को स्मार्टफोन या टैबलेट देंगे।