दो हजार में दम नहीं 21हजार से कम नहीं लगाए नारे
0 रसोइयों ने कलेक्ट पर विरोध प्रदर्शन कर जताया विरोध
0 4 माह से बकाया धनराशि को लेकर दो दिवशी धरना प्रदर्शन जारी
सोनभद्र-। माध्यमिक भारतीय रसोईया वेलफेयर एसोसिएशन उ०प्र० के द्वारा जनपद-सोनभद्र के जिला मुख्यालय लोढ़ी में 2 दिवसीय धरना प्रदर्शन कर 5 सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से मा० मुख्यमंत्री यूपी सरकार को प्रस्तुत करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित तैयब अंसारी जो संगठन के संस्थापक एवं संरक्षक ने कहां कि प्रदेश सरकार विद्यालयों में कार्यरत रसोईयों के साथ सदैव सौतेला व्यवहार कर रही है। उच्च न्यायालय द्वारा बार-बार स्थायी करते हुए न्यूनतम देने का केन्द्र व प्रदेश सरकार को निर्देशित किया जा रहा है परन्तु डबल इंजन की सरकार मौन साध रखी है। अंसारी ने केन्द्र व प्रदेश सरकार से निम्नांकित मांग करते हुए कहा कि उ०प्र० के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत रसोईयों को स्थायी कराते हुए भारत सरकार के श्रम विभाग द्वारा निर्धारित न्यूनतम मानदेय दिलाने हेतु शासनादेश जारी किया जाय। प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के रिक्त पदों पर रसोईयों का चयन शासनादेश निदेशक मध्यान भोजन प्राधिकरण उ०प्र० लखनऊ / बेशिक शिक्षा
अनुभाग-4 -22 सितम्बर,
के तहत नियुक्ति किये जाने हेतु पुनः आदेशित किया जाय। उ०प्र० के सभी परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत रसोईयों का सेवा काल 65 वर्ष एवं संवाकाल समाप्त होने पर 10 हजार रूपये मासिक पेंशन, 10 लाख ग्रेच्युटी निष्कासित कार्यरत रसोईयों के स्थान पर उनके ही परिवार के लोगों का नियमानुसार चयन किया जाय। उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत रसोईयों का 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा, 14 आकस्मिक अवकाश, 90 दिन का मातृत्व अवकाश, न्याय पंचायत स्तर पर रसोईयों का स्थानान्तरण, नवीनीकरण के नाम पर रसोईयों को हटाना व मध्य शिक्षा सत्र में रोक लगाया जाय। उत्तर प्रदेश के समस्त सम्मानित कार्यरत रसोईयों का 4 माह से रूका हुआ मानदेय दिलवाने के साथ ही साथ आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों
को खाना बनाने वाली सभी रसोईयों का 1 वर्ष से बकाया धनराशि जोड़कर भुगतान कराये जाने का आदेश निर्गत किया जाय। तथा कहां कि प्रदेश के रसोईयों के भोजन बनाने वाले रसोईयों का 2 अक्टूबर तक भुगतान नहीं किया जाता है तो 5 अक्टूबर को मा० बेशिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह शिष्टाचार भेंट कर सभी प्रकरण को विस्तार से प्रस्तुत किया जायेगा।
धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से घनशु प्रसाद, लालती, ज्ञानती देवी, फुलवन्ती देवी, कबुतरी देवी, अनिता देवी, सुनिता, कौशिल्या, भगवानदास सहित सैकड़ों रसोईया उपस्थित थे।