दूल्हा-दुल्हन सात फेरे लेकर जन्मों के बंधन में तो बंध गए, लेकिन इसके बाद अचानक दूल्हे को दौरा पड़ गया। कुछ मिनट पहले सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाली दुल्हन ने विदा होने से इन्कार कर दिया।दूल्हा पक्ष ने युवक को पूरी तरह स्वस्थ बताया, पर बात नहीं बनी। युवक के स्वास्थ्य परीक्षण में सबकुछ ठीक मिला, इस पर भी विदाई नहीं हुई। दोनों पक्षों के लोग बैठे और तय हुआ कि सात दिन तक दूल्हा ससुराल में रहेगा। इस बीच दौरा नहीं पड़ता तो विदाई होगी। दूल्हा ससुराल में रहा और गुरुवार को दुल्हन लेकर विदा हुआ।एक युवती की बरात आठ दिन पहले दिल्ली से आई थी। शादी में नाच-गाने और दावत के साथ घुड़चढ़ी और सात फेरों की रस्म धूमधाम के साथ निभाई गईं। सुबह दुल्हन की विदाई से पूर्व दूल्हे के टीके की रस्म की जा रही थी। उसी समय अचानक दूल्हे को दौरा पड़ गया। इसको देखकर दुल्हन का परिवार सहम गया और दुल्हन ने ससुराल जाने से इन्कार कर दिया था।दोनों पक्षों के बीच पंचायत हुई। पंचायत ने दूल्हे की स्वास्थ्य जांच कराने को कहा। मेडिकल रिपोर्ट में सबकुछ ठीक आने के बाद भी दुल्हन ने भरोसा नहीं किया और ससुराल न जाने की जिद पर अड़ी रही। फिर से दोनों पक्षों की पंचायत बैठी। जिसमें कहा कि दूल्हे को ससुराल में सात दिन तक रहना होगा। सात दिन सब ठीक रहा और गुरुवार को दुल्हन ससुराल के लिए विदा हुई।