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हरभजन और आमिर के बीच मंगलवार रात जमकर ट्विटर पर वार-पलटवार देखने को मिला। आमिर जहां लगातार हरभजन पर तंज कस रहे थे तो वहीं भज्जी ने आमिर को मुंहतोड़ जवाब दिया।


टी-20 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के बाद दोनों देशों के पूर्व खिलाड़ियों के बीच जमकर तू-तू-मैं-मैं देखने को मिला। पाकिस्तान के कुछ पूर्व खिलाड़ी बद्तमीजी से बाज नहीं आ रहे हैं और वह भारतीय खिलाड़ियों को ट्रोल कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ माजरा भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह और पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर के बीच देखने को मिला। 


हरभजन और आमिर के बीच मंगलवार रात जमकर ट्विटर पर वार-पलटवार देखने को मिला। आमिर जहां लगातार हरभजन पर तंज कस रहे थे तो वहीं भज्जी ने आमिर को मुंहतोड़ जवाब दिया। पढ़िए इस मामले पर खेल पत्रकारिता से लंबे समय से जुड़े रहे विमल कुमार का लेख...

 
मामले को लेकर मुझे गंभीरता से सोचना पड़ा
''आखिर हरभजन सिंह इस तरीके से क्यों पेश आ रहें हैं? पाकिस्तान के एक पूर्व कप्तान ने इस हफ्ते टेलीफोन पर बात-चीत के दौरान ये वाल मुझसे किया तो मेरा जवाब था कि आप भज्जी पर क्यों सवाल उठा रहें हैं, आप खुद देखिये कि आपके यहां माहम्मद आमिर कैसी बदतमीज़ी कर रहा है। इस पर पाकिस्तान के इस बेहद पढ़े-लिखे और सम्मानजनक खिलाड़ी के जवाब पर मुझे वाकई गंभीरता से सोचना पड़ा। उनका तर्क था कि आप क्या अब आमिर जैसे खिलाड़ी की तुलना भज्जी जैसे एख महान खिलाड़ी से करेंगे?
भज्जी को अंंदाजा नहीं है वो कितने बड़े खिलाड़ी हैं
बात में तो बिल्कुल दम है। आखिर सोशल मीडिया पर हरभजन आमेर या फिर किसी पत्रकार के साथ तू-तू मैं-मैं करके हासिल क्या करना चाहते हैं? दो साल पहले खोले गये यू-ट्यूब चैनल पर सैकड़ों नये सब्सक्राइबर? दरअसल, शायद भज्जी को भी इस बात का अंदाज़ा नहीं हो कि वो कितने बड़े खिलाड़ी हैं। भारतीय टेस्ट इतिहास में उनसे ज़्यादा विकेट सिर्फ कपिल देव और अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों ने ही लिये हैं।
भज्जी का रिकॉर्ड कर्टले एम्ब्रोस की तरह
वन-डे क्रिकेट में भी पंजाब के इस गेंदबाज़ से ज़्यादा विकेट सिर्फ चार भारतीय गेंदबाज़ों ने हासिल किये हैं। इतना ही नहीं अगर भज्जी के सिर्फ टेस्ट रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो वो वेस्टइंडीज़ के महान तेज़ गेंदबाज़ कर्टले एम्ब्रोस की तरह है। इतना ही नहीं भज्जी टी20 और वन-डे वर्ल्ड कप जीतने वाली दोनों टीमों का हिस्सा रहने वाले ना सिर्फ भारतीय इतिहास बल्कि क्रिकेट इतिहास के चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं।
हरभजन का रवैया उनकी साख के साथ मेल नहीं खाता
बावजूद इसके हाल के दिनों में हरभजन का रवैया उनकी साख के साथ मेल नहीं खाता है। शायद साख यहां पर सही शब्द नहीं होगा, क्योंकि खिलाड़ी के तौर पर हरभजन सिंह की साख शानदार रही है, लेकिन आक्रामक रवैया दिखाने के चलते उनकी संपूर्ण साख उतनी दमदार नहीं रही है। ऑस्ट्रेलिया के साथ उनका पंगा जग-जाहिर है और इसके अलावा भी वो समय-समय पर अपने साथी खिलाड़ियों (श्रीशांत को तमाचा याद हैं ना!) के साथ भी भिड़ते रहें हैं।
हरभजन अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे
उनके विवादास्पद बयानों ने भी काफी बवाल अतीत में खड़ा किया है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए कई साथी खिलाड़ियों ने भी उस पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी के साथ हैरानी जतायी है। सबका एक ही तर्क है कि भज्जी जैसे खिलाड़ी को सोशल मीडिया पर आमिर या किसी भी पाकिस्तान के साथ अपनी गरिमा नहीं खोनी चाहिए। 
हरभजन जैसे खिलाड़ी आमिर जैसे पाकिस्तानी के साथ बेफिजूल में भिड़कर अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान तो पहुंचा ही रहें हैं, साथ ही भारतीय क्रिकेट का नाम भी ख़राब हो रहा है। ये ठीक है कि हरभजन फिलहाल बीसीसीआई के कांट्रेक्ट से बंधे नहीं हैं, लेकिन अगर होते तो इस तरह के व्यवहार के लिए उन्हें बोर्ड से फटकार मिलती।
धोनी और कुंबले से सीखें हरभजन
भज्जी ऐसा करके अपनी फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी अजीब स्थिति पैदा कर रहें हैं। बेहतर ये है कि भज्जी मैदान के बाहर धोनी और कुंबले जैसे दिग्गजों जैसा शालीन रवैया अपनाने की कोशिश करें।''