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पाकिस्तान में आठ फरवरी को संपन्न हुए आम चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। इमरान खान की पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं। हालांकि, सबसे बड़ा दल होने के बावजूद इमरान खान विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने संसद में विपक्ष में बैठने का फैसला किया है। उन्होने पाकिस्तान में नई सरकार बनाने के प्रयास विफल होने के बाद यह फैसला लिया है।बता दें कि पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए चुनावों में किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों ने सरकार बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव परिणामों पर दबदबा बनाया, जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने दावा किया कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या है।पीटीआई नेता मुहम्मद अली सैफ ने कहा कि पार्टी ने इमरान खान के निर्देशों के बाद केंद्र और पंजाब में विपक्ष में बैठने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हमने इस हकीकत के बावजूद विपक्ष में बैठने का फैसला किया कि अगर हमें हमारे वोटों के अनुसार सीटें मिलती और परिणाम नहीं बदले होते तो शायद आज हम 180 सीटों के साथ केंद्र में होते। हमारे पास सबूत हैं कि हमारे उम्मीदवार जीते हैं।इसके साथ ही इमरान खान की पार्टी ने चुनाव में धांधली के खिलाफ एक श्वेत पत्र भी जारी किया है। उन्होंने चुनाव में धांधली के खिलाफ शनिवार से प्रदर्शन शुरू करने का फैसला किया है। पीटीआई के एक सूत्र ने कहा कि जेल में बंद इमरान खान ने पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर को विरोध प्रदर्शन के लिए समर्थन जुटाने के लिए राजनीतिक दलों को शामिल करने का काम सौंपा है।