प्रयागराज।संगम नगरी में माघ मेले में वसंत पंचमी स्नान पर्व और अचला सप्तमी को लेकर ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया गया है।ट्रैफिक प्लान के तहत मंगलवार सुबह पांच बजे से भारी वाहन संगम नगरी में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। बाहर से वाहनों का रूट डायवर्जन किया जाएगा और प्रमुख स्थानों पर नो इंट्री लागू रहेगी।
यह व्यवस्था 13 फरवरी की सुबह पांच बजे से 17 फरवरी तक लागू रहेगी।इस दौरान जिन वाहनों को ट्रैफिक पुलिस की ओर से पास जारी किया गया है, उन पर भी यह व्यवस्था लागू रहेगी। नो इंट्री प्वाइंट पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है।
जानें कहां बनाया गया नो इंट्री प्वाइंट
मलाक हरहर तिराहा, हबूसा मोड़, सोरांंव बाइपास, नवाबगंज बाइपास, फाफामऊ, मंदर मोड़ धूमनगंज, ट्रांसपोर्ट नगर तिराहा, रामपुर चौराहा, घूरपुर थाना गेट, लैप्रोसी चौराहा और अंदावा चौराहे को नो इंट्री प्वाइंट बनाया गया है।
जानें किन मार्गाें पर रहेगा रूट डायवर्जन
कानपुर से आने वाले भारी वाहनों को कोखराज कौशांबी में बने बाइपास पर मोड़ दिया जाएगा, जो बाइपास से हंडिया होते हुए वाराणसी जाएंगे।
वाराणसी की ओर से कानपुर जाने वाले वाहनों को हंडिया बाइपास रोड होते हुए कोखराज से कानपुर की तरफ जाएंगे।
फतेहपुर स्थित चौडगरा चौराहे से बिंदकी से बंधवा तिराहा ललौली से चिल्ला होते हुए बांदा की तरफ भेजे जाएंगे। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
कानपुर से मीरजापुर की तरफ जाने वाले वाहनों को बिंदकी से ललौली होते हुए बांदा की तरफ भेजे जाएंगे। कर्वी से मऊ, शंकरगढ़, नारीबारी, खीरी, कोरांव, मांडा से दाहिने मुड़कर मीरजापुर की तरफ जाएंगे। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
कानपुर से रीवा की तरफ जाने वाले वाहनों के लिए घाटमपुर, हमीरपुर रोड बांदा, कर्वी, शंकरगढ़, से नारीबारी से दाहिने मुड़कर रीवा जाएंगे। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
कानपुर से औराई मीरजापुर जाने वाले भारी वाहनों को कोखराज, बाइपास पर मुड़कर सीधे हंडिया से औराई से मुड़कर चील्ह होते हुए मीरजापुर जाएंगे।
रीवा से प्रयागराज होकर वाराणसी जाने वाले वाहनों को मनिगवां से हनुमना होते हुए मीरजापुर और फिर वहां से वाराणसी भेजा जाएगा। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
रीवा से प्रयागराज होकर लखनऊ जाने वाले वाहनों को शंकरगढ़ से मुड़कर कर्वी, बांदा होते हुए फतेहपुर से रायबरेली होकर लखनऊ भेजा जाएगा।
रायबरेली से प्रयागराज होकर वाराणसी जाने वाले भारी वाहन प्रतापगढ़ के भोपियामऊ, मुंगराबादशाहपुर जौनपुर होते हुए वाराणसी भेजे जाएंगे।