देश की राजधानी में क्षेत्र का गौैरव बढ़ाएगी गांव की माटीः राकेश राठौर
- ब्लाक पर एकत्र किए गए अमृत कलश
- पौधारोपण भी किया गया
आधुनिक समाचार सेवा सीतापुर
सीतापुर। हमारे घर , आंगन की माटी देश की राजधानी दिल्ली में क्षेत्र का गौरव बढ़ाएगी। यह माटी दिल्ली के कर्तव्यपथ पर अमृत वाटिका में प्रयोग की जाएगी। यह हम सभी केे लिए गर्व का विषय है कि हमारे क्षेत्र की माटी भी दिल्ली जा रही है। यह बात नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरु ने खैराबाद विकास खंड कार्यालय पर कही।
राज्यमंत्री मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम के तहत खैराबाद खंड विकास कार्यालय पर पहुंचे थे। वे बतौैर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि लोग दिल्ली जाने के लिए उत्सुक रहते हैं, सोंचते हैं कि कब वह मौका आएगा, जब उन्हें देश की राजधानी देखने को मिलेगी। अब स्थिति यह है कि व्यक्ति ही नहीं, हर घर की माटी दिल्ली पहुंचेगी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो यह अभियान चलाया, वह देश की एकता, अखंडता को मजबूत करेगा।ं गांव-गांव व मोहल्ले-मोहल्ले से आए अमृृत कलश को दिल्ली भेजा जाएगा। देश की राजधानी में बन रही अमृृत वाटिका में इसका प्रयोग किया जाएगा। जब खैराबाद क्षेत्र के लोग दिल्ली पहुंचेगे, तब उन्हें अपने गांव की माटी का दिल्ली में मौैजूद होने का एहसास होगा। इस मौैके पर खैराबाद विकास खंड क्षेत्र के 79 गांवों से मिट्टी लेकर अमृत कलशों को खैराबाद खंड विकास कार्यालय पर एकत्र किया गया। कार्यक्रम में मौैजूद सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री की सोंच देश की एकता को मजबूती देती है। आज भारत पूरे विश्व का नेतृत्व कर रहा हैै। केंद्र की नरेंद्र मोदी व प्रदेश की योंगी आदित्यनाथ सरकार ने सबका साथ, सबका विकास करके सबका विश्वास जीता है। कार्यक्रम को भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला व निवर्तमान जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर अतिथियों व खैराबाद ब्लाक प्रमुख अजय विश्वकर्मा ने कार्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया। ब्लाक प्रमुख ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी व प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में विकास का पहिया तेजी से घूमा है। ग्रामीण क्षेत्रों का तेजी से विकास हो रहा है। इस मौके पर भाजयुमों जिला महामंत्री अनूप विश्वकर्मा, खैराबाद नगर पालिका के चेयरमैन प्रतिनिधि अभिषेक गुप्ता बबलू, प्रधान संघ के अध्यक्ष अवधेश कटियार, विवेक विश्वकर्मा, सत्येंद्र सिंह आदि मौैजूद रहे।