सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विकास की योजनाओं को हाईजैक कर रहे हैं ग्राम सभाओं के अधिकारी
भाजपा सरकार गांव के विकास के लिए जहां लाखों रुपए की योजनाएं दे रही है जिससे कि गांव का विकास हो सके जैसे अमृत सरोवर, खेल मैदान, स्कूलों की बाउंड्री, इंटरलॉकिंग एवं पंचायत भवन आदि बने और ग्रामीणों को सुविधा मिले
जिनकी गुणवत्ता एवं मानक की देखरेख करने के लिए सरकार द्वारा अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं वही अधिकारी प्रधानों को पहले तो परेशान करते हैं और बाद में साझेदारी का ऑफर देखकर राजी करते हैं और अपने हितैशियों की फर्मों पर भुगतान कराकर दोनों हाथों से मलाई खा रहे हैं और अपनी सुविधा से कार्य का बजट बना रहे हैं हाल ही में इस प्रकार का एक मामला परसेंडी ब्लॉक में सामने आया था जहां बनी हुई दीवाल पर ही 39 लाख का बजट पास कर सरकारी पैसे को का दुरुपयोग किया जिसकी जांच चल रही है पूर्व में एक जे ई साहब हुए थे ठेकेदारी के लिए फेमस मंत्री जी के हस्तक्षेप से हुये थे ब्लॉक से बाहर अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर सरकार योजनाओं को बना रहे हैं कमाई के जरिया। जल्द ही होगा कई नामो का खुलासा।