महिला से अभद्रता करने वाले दंबगों पर मेहरबान पुलिस
देव मणि शुक्ल
नोएडा पुलिस का कार्य जनता की सुरक्षा और सहायता करना है, परंतु वर्तमान संदर्भ में देखें तो आज आए दिन मारपीट, बलात्कार, चोरी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं।लेकिन लगातार घटनाएं बढ़ने के बाद भी
पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
अब जनता का विश्वास भी पुलिस की निष्क्रियता के कारण खत्म होता जा रहा है।एक समय था जब व्यक्ति अपराध करने से पहले सौ बार सोचता था लेकिन अब उसे पुलिस के नाम से भी डर नही लगता है।पुलिस के कुछ भ्रष्ठ कर्मचारियों की वजह से सारा प्रशासन बदनाम हो रहा है।पुलिस कि साख गिरने का मुख्य कारण स्वयं पुलिस की कार्यशैली है। पुलिस का किसी भी शिकायत पर ढुलमुल रवैया अपनाना उसकी कार्य के प्रति नकारात्मकता को ही दर्शाता है।इससे आमजन में पुलिस की छवि मैली होती जा रही है।एक तरफ प्रदेश सरकार पुलिस को आम जनता के साथ मधुर व्यवहार बनाये रखने का आदेश देती है वही दूसरी तरफ पुलिस है कि मानती ही नही।ताजा मामला नोएडा के थाना फेरत-1 का है।यहा महिला से अभद्रता की शिकायत देने के बाद पुलिस ने उनके दोनों बच्चों को ही उठाकर थाने में बैठा दिया।मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद युवको को जमानत पर रिहा किया गया।सबसे बड़ा सवाल ये है कि महिला की शिकायत पर कारवाई करने के बजाय पुलिस ने दंबगों का साथ क्यों दिया।151 धारा के तहत एक पक्ष को ही जेल भेज दिया।मामला नयाबांस निवासी दिनेश कुमारी का है।जो दिनांक 26/09/2023 को अपनी सैक्टर-15 के नयाबांस गांव में स्थित अपनी मार्किट गयी थी।जहा
जनेटर लगाने का विरोध करने पर
किरायेदार कुलदीप भाटी ने पीड़िता से गाली गालौच करते हुये अभद्रता की।पीड़िता ने जब इसकी शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने दंबग किरायेदार के सामने नतमस्तक होते हुये पीड़िता के लड़कों को ही थाने में बैठा दिया।इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों करने के बाद भी लड़कों को जमानत पर रिहा किया गया।पीड़िता का कहना है कि कुछ दिन पूर्व कुलदीप भाटी ने मेरे व मेरे बेटों के साथ गाली गालौच व अभद्रता की थी।जिसके संबंध में थाना फेस-1 में एक प्रार्थना पत्र दिया था।प्रार्थना पत्र के आधार पर पुलिस कारवाई ना करके अपराधियों को बचा रही है।कारवाई के नाम पर पुलिस लीपापोती कर रही है।पुलिस कारवाई से हम संतुष्ट नही है।अपराधियों द्वारा निरंतर धमकी दी जा रही है।पीडिता का कहना है कि किरायेदार संदीप भाटी आपराधिक छवि के लोगों के साथ मिलकर उनकी दुकान पर कब्जा करना चाहता है।इसीलिए बार बार झूठे केस में फंसवाने और जान से मार देने की धमकी देता है।जिसकी वजह से मेरा पूरा परिवार दहशत में है।बार बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस कोइ कारवाई नही कर रही है।