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रचित उर्फ राहुल चौहान की गोली मारकर हत्या करने व कैश लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश


देव मणि शुक्ल 


 नोएडा थाना सेक्टर-58 सीडैक कम्पनी के सामने सी ब्लाक सैक्टर 62, नोएडा से रचित उर्फ राहुल चौहान की गोली मारकर हत्या करने व कैश लूटने वाले गैंग के 03 अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से लूट के रूपये,मृतक का बैग,पर्स, दस्ता वेज,घटना में प्रयुक्त चोरी की मोटरसाइकिल व घटना में इस्ते माल किए अवैध शस्त्र व कारतूस आदि सामान बरामद हुये हैं। 
वादी मुकदमा ने थाना सैक्टर-58, नोएडा पर प्रथम सूचना रिपार्ट अंकित करायी कि वादी का पुत्र रचित चौहान जो खोडा कालोनी दीपक विहार गली न0-7 मे जिला गाजियाबाद स्टार इण्टर प्राईजेज के नाम से दुकान है जिसमें डिसपॉजल थाली गिलास चम्मच आदि के समान की बिक्री होती है। दिनांक 21.04.2023 को वादी का पुत्र समय करीब 10.30 बजे रात्रि में प्रति दिन की तरह अपनी दुकान बंद करके दुकान में बिक्री का पैसा अपने थैले मे रखकर स्कूटी से घर रजत विहार सेक्टर-62 जा रहा था, कि जैसे ही रचित उपरोक्त रजत विहार टी-प्वाइंट के पास पंहुचा तो वही पर लगे फलुदा के ठेले से फलुदा ले रहा था, तभी 2 अज्ञात लडके एक मोटर साइकल से आये और वादी के पुत्र से बैग छीनने लगे रचित ने विरोध किया तो बदमाशो ने रचित को गोली मर दी और रुपयों से भरा बैग लेकर भाग गए। घायल रचित को मेट्रो होसपिटल से0-11 नौएडा मे भर्ती कराया गया उसकी की मृत्यु हो गयी इस घटना के संबंध में मृतक रचित के पिता द्वारा थाना सैक्टर-58, नोएडा पर मु0अ0सं0-165/2023 धारा 302, 394 भादवि पंजीकृत कराया गया था। उक्त घटना के अनावरण हेतु उच्च अधिकारीयों के निर्देशन में 04 टीमो का गठन किया गया। तकनीकी सर्विलांस, दुकान के आस-पड़ोस व घटना स्थल के आस पास लगे लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए और सीसीटीवी फुटेज से संदिग्धों की पहचान के संबंध में जानकारी एकत्र की गई, तकनीकी सर्विलांस के माध्यम से संदिग्धों के मोबाइल डाटा एकत्र किए गए, महत्वपूर्ण जानकारी मिलने पर लोकल इंटेलिजेंस एवं बीट पुलिसिंग  के आधार पर अभियुक्तों के संबन्ध में  सटीक जानकारी  हासिल किया गया पुलिस  टीमों द्वारा किये गये अथक प्रयास के बाद घटनाक्रम का सफल अनावरण करते हुये तीन अभियुक्तों क्रमशः साहिल उर्फ शहवाज, बिज्जी ऊर्फ विजय और आदी उर्फ़ दिव्यांशु को सीडैक कम्पनी के पास सी ब्लाक सैक्टर 62, नोएडा से गिरफ्तार किया गया और  रचित उर्फ राहुल चौहान से लूटे गए 2,16,420/- रूपये,घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बिना नम्बर प्लेट व 01 अदद, पिस्टल 32 बोर मय 04 कारतूस 32 बोर व 01 अदद तमंचा 32 बोर 01 जिन्दा कारतूस व 01 खोखा कारतूस, 01 अदद तमंचा 315 बोर तथा मृतक रचित के बैग पर्स का सामान बरामद किया गया । 
अभियुक्तों ने  पूछताछ में बताया कि उनके विरुद्ध कई मुकदमे पंजीकृत हैं, इनके द्वारा पैसो वाले मुख्य व्यापारियो को चिन्हित कर पहले उनकी रैकी करते हैं इसके बाद कैश लूट का अपराध करते है, इसी क्रम में हम लोगों ने रचित को चिन्हित कर लिया था और दिनांक 19.04.2023 को इसी मोटर साइकिल पर सवार होकर घटना को अंजाम देने के लिये व्यापारी रचित उर्फ़ राहुल का आदी उर्फ़ दिब्यांसू और विज्जी उर्फ विजय ने पीछा किया था, परन्तु इन दोनों को रास्ता व गालियों की सही जानकारी नही थी दोनों ने सोचा कि यदि घटना करने के बाद सही रास्ते नहीं भाग पाएंगे तो कहीं पकड़े ना जाए इस कारण उस दिन घटना को अंजाम नही दे पाये थे, तब दोनों ने शाहवाज उर्फ साहिल से संपर्क किया और साहिल ने राहुल के जाने का रास्ता, उसके घर का रास्ता दिखाया था व घटना करने के बाद भाग जाने का रास्ता भी साहिल ने ही दिखाया था तथा राहुल के बारे मे भी साहिल ने सारी जानकारी रेकी करके दोनों अभियुक्तों को दिया और बताया था कि राहुल डिस्पोजल सामान का व्यापारी है रोज लाखो रुपये के सेल होती है, इसे आराम से लूटा जा सकता है राहुल उर्फ रचित आसान शिकार हो सकता है, रात में दुकान बन्द करके पैसो का बैग लेकर अकेले स्कूटी से घर जाता है।
 दिनांक 21.04.2023 को भी साहिल उर्फ शाहवाज ने ही रैक्की करके इन्हे भेजा था दो लाल रंग का बैग में लाल मिर्च पाउडर बाजार से लाया था दिनांक 21.04.2023 को रात्रि में रचित उर्फ राहुल अपनी दुकान बंद करके जब दुकान का बिक्री का पैसा थैले मे रखकर अपनी स्कूटी से अपने घर रजत विहार सेक्टर-62 जा रहा था कि जैसे ही वह रजत विहार टी-प्वाइंट के पास पंहुचा तो वही पर लगे फलुदा के ठेले से फलुदा खरीद रहा था तभी बिज्जी उर्फ़ विजय और आदी उर्फ़ दिब्यांसू ने गोली मारकर रचित के पैसो का बैग लेकर भाग गये थे, बैग में लगभग 3 लाख रुपये थे,उनमें से इन्होने 75 हजार रुपये शाहवाज उर्फ साहिल को दिये  तथा शेष रूपये इन दोनो ने आधे आधे बांट लिये थे इनमें से 13,500/-रुपये की एक स्कूटी खरीदी है।
अभियुक्त दिव्यांशु मैकेनिकल इंजीनियरिंग का छात्र रहा है, इसके द्वारा दिल्ली में देह व्यापार का काम भी कराया जाता है। 
अभियुक्त बिज्जी उर्फ विजय उर्फ ब्रिजेश नूहू मेवात का रहने वाला है धारा 302 भादवि के मुकदमे में पेरौल पर बाहर है। 
शहबाज पूर्व में भी डकैती के मुकदमे में जेल जा चुका है और गाजियाबाद के गैंगस्टर का मुल्जिम है, पिछले 04 वर्षाे से खोडा में रहा रहा है। 
पूछताछ में यह भी जानकारी हुई है कि अभियुक्त बिज्जी उर्फ विजय उर्फ ब्रिजेश दिल्ली में जुआ व सट्टा खेलने वालो से महीने की वसूली करता है। 
अभियुक्त बिज्जी उर्फ विजय उर्फ ब्रिजेश द्वारा घटना में प्रयुक्त पिस्टल काफ़ी पहले शेरनी उर्फ शकील से खरीदी है जो वर्तमान में जेल में है।