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वक़्त जो थम सा गया है । 

कुछ लफ़्ज़ उठे थे मन में, सोचा बयान कर दूँ । 
क्या पता था की वक़्त थम सा जाएगा । 

कुछ बातें थी दिल में, सोचा उन तक पहुँचा दूँ । 
क्या पता था हमें की यह वक़्त उस तक पहुँचने ना देगा । 

कुछ प्रश्न थे इस विचलित स्वभाव में, सोचा जवाब ढूँढ लूँ । 
क्या पता था हमें की यह वक़्त वह जवाब ना दिलवाएगा । 

कुछ समय बिताने की ज़िद्द थी उनके साथ, सोचा था एक चाय साथ पी लूँ । 
क्या पता था हमें की यह वक़्त वह चाय भी ना नसीब करवाएगा | 

कुछ उलझी सी ये कहानी है, सोचा था समय के साथ सुलझाऊँगा । 
क्या पता था हमें यह वक़्त थम सा जाएगा ।