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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अमृतकाल  का प्रथम बजट सराहनीय

 

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अमृतकाल  का प्रथम बजट सराहनीय,परंतु धरातल पर अक्षरश: उतारने की चुनौती #राजीवकृष्ण श्रीवास्तव  प्रयागराज, प्रयागराज जिला एवं महानगर उद्योग व्यापार मंडल के *संरक्षक एवं अध्यक्ष राजीवकृष्ण श्रीवास्तव एवम्  वरिष्ठ उपाध्यक्ष अभिषेक केसरवानी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पेश बजट पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए इसे अमृत काल का प्रथम बजट करार दिया, साथ ही इसे अक्षरश: लागू कराने को चुनौती बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिकाधिक उद्यमों की स्थापना हेतु अनुकूल वातावरण का सृजन किया गया है एम०एस०एम०ई० अधिनियम 2020 के माध्यम से इकाइयों को 1000 दिवस तक किसी भी विभाग से निरीक्षण से छूट प्रदान की गई है इसी प्रकार निवेश मित्र के माध्यम से उद्यमियों को उधम स्थापना के क्रम में वांछित अनापत्ति/लाइसेंस/ अनुमति आदि को प्राप्त करने की प्रक्रिया पूर्णतया ऑनलाइन करने की व्यवस्था की गई है जिसमें उधमी समयबद्ध रूप से सुकृतिया आदि प्राप्त कर रहा है, सरकार के इन प्रयासों से वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 24 नवंबर 2023 तक 03 लाख 95 हजार से अधिक उधम पंजीकृत हुए, जिसमें 25 लाख 64 हजार से अधिक रोजगार का सृजन हुआ साथ ही सरकार द्वारा व्यापारियों के हित में इंस्पेक्टर राज को रोकने का किसी हद तक सफलतम प्रयास है!                    वही अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के वरिष्ठ व्यापारी नेता राजीवकृष्ण श्रीवास्तव बंटी भैया ने बताया कि
 # प्रदेश सरकार द्वारा घोषित नवीन एम०एस०एम०ई०नीति- 2022 में रोजगार सृजन में 15% वार्षिक वृद्धि प्रस्तावित है इस नीति के अंतर्गत एम०एस०एम०ई०इकाइयों को प्रथम बार 4 करोड़ रुपया तक उत्पादन उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है उक्त नीति के अंतर्गत उद्यमियों को अधिक से अधिक लाभान्वित कराया जाएगा जिससे प्रदेश में पूंजी निवेश के साथ ही अधिकाधिक रोजगार सृजन हो सकेगा, परंतु सभी योजनाओं को धरातल पर पूरी तरह लागू की चुनौती को स्वीकारना होगा!          ज़िलाध्यक्षअनुप वर्मा एवम् महिला जिलाध्यक्ष जूही जयसवाल ने बताया कि खुशी की बात है की 
#अयोध्या एवं चित्रकूट की तर्ज़ पर जनपद प्रयागराज में भजन संध्या स्थल के स्थापना का प्रस्ताव है भजन संध्या स्थल की स्थापना हो जाने से तीर्थ क्षेत्र प्रयागराज में श्रद्धालूओ   आनंद और बहुत सी सुविधाएं  प्राप्त होगी, इसके साथ सांस्कृतिक विकास का कार्य हो सकेगा तथा पर्यटन क्षेत्र के रूप में भी प्रयागराज का चौतरफा विकास की संभावना बढ़ी है जिससे प्रयागराज में व्यापार बढ़ने की भी पूरी संभावना होगी