माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता ने थामा BSP का दामन, मेयर प्रत्याशी बनाए जाने का हुआ ऐलान
माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता ने थामा BSP का दामन, मेयर प्रत्याशी बनाए जाने का हुआ ऐलान
प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने गुरुवार को प्रयागराज में बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया, शाइस्ता के साथ उनके बेटे ने भी बीएसपी की सदस्ता ली। गुरुवार को अलोपीबाग स्थित सरदार पटेल संस्थान में आयोजित एकदिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शाइस्ता परवीन ने बेटे के साथ ली बसपा में सदस्यता ग्रहण की। जैसा कि अनुमान था बसपा ने प्रयागराज नगर निगम से मेयर पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का ऐलान भी कर दिया। प्रयागराज और मीरजापुर मंडल के मुख्य जोन इंचार्ज राजू गैतम ने कहा कि शाइस्ता के नेतृत्व में प्रयागराज में नगर निकाय का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल माहौल को बदलना है।
पूर्व राज्यसभा सदस्य घनश्याम चन्द्र खरवार ने कहा कि अतीक अहमद का नाम प्रयागराज और पूर्वांचल ने सम्मान से लिया जाता है। इसी के साथ उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में भी लोग मुस्लिम हैं, दलित हैं, पिछड़े हैं वह सभी गुनाहगार समझे जा रहे हैं। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के बसपा में शामिल होने को प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है। मायावती और अतीक अहमद दो विपरीत ध्रुव की तरह देखे जाते थे। अतीक जून 1995 में लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस कांड के आरोपियों में शामिल हैं। इसके चलते अतीक हमेशा मायावती के निशाने पर रहे हैं।
मायावती ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में अतीक का कार्यालय गिरवाने के साथ उनकी संपत्तियां जब्त करवा कर जेल भेजा था। यही नहीं, बसपा विधायक राजू पाल की हत्या होने पर अतीक के भाई अशरफ के खिलाफ मायावती ने कड़ी कार्रवाई की थी।
शाइस्ता मौजूदा इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम की सदस्य थी। उनसे नाता तोड़कर उन्होंने बसपा का दामन थामने का फैसला लिया है।
बसपा दलित-मुस्लिम गठजोड़ के साथ राजनीति में नया पैंतरा खेलने की तैयारी में है। शाइस्ता को प्रयागराज में नए मुस्लिम चेहरे के तौर पर जनता के बीच लाने की रणनीति अपनाई जा रही है।