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आखिरकार चमरूपुर शुक्लान ग्राम पंचायत की भ्रष्टाचार की जांँच शुरू
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  प्रधान एवं पंचायत सेक्रेटरी सुधाकर मौर्य पर था आरोप
  
     आधुनिक समाचार सेवा
          डाॅ०रणजीत सिंह
  
प्रतापगढ़।विकास खण्ड लक्ष्मणपुर की ग्राम पंचायत चमरूपुर शुक्लान में  अनियमितता व भ्रष्टाचार की  जांँच करने के लिए आखिरकार मंगलवार को अधिकारियों का जत्था पहुंँच ही गया जिससे प्रधान एवं तत्कालीन पंचायत सेक्रेटरी के भ्रष्टाचार के कारनामों की परतें अधिकारियों के सम्मुख हो खुलती गईं।
             इस ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार एवं शासन के धन के दुरुपयोग की शिकायत 30 मार्च, 2022 को पवन कुमार शुक्ल के द्वारा शपथ पत्र के माध्यम से जिला अधिकारी प्रतापगढ़ से की गई थी,जिस क्रम में जिलाधिकारी महोदय  ने जांँच हेतु समिति का गठन करके इसकी जांँच करवाने का आदेश दिया था।राजनैतिक पैंतरेबाजी के चलते यह जाँच अभी तक नहीं हो पाई थी। आखिरकार यह जाँच 9 महीने बाद यह मंगलवार को अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रतापगढ़ एवं अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग खंड -२ के नेतृत्व में चमरूपुर शुक्लान में शुरू की गई।बता दें कि न्यूज स्टैण्डर्ड दैनिक ने इस ग्राम पंचायत के शासन के धन के दुरुपयोग एवं भ्रष्टाचार की खबर को सिलसिलेवार ढंग से प्रकाशित किया था।
             जाँच अधिकारी ने जाँच के क्रम में जांँच स्थल पर पंचायत भवन में रंगाई,पुताई कार्य,टाइल्स रेलिंग तथा सीढ़ी निर्माण एवं इंटरलॉकिंग तथा शौचालय निर्माण के अंतर्गत एक ही मद हेतु कई बार भुगतान आदि का खाका खँगाला एवं भौतिक निरीक्षण किया। शिकायतकर्ता के अनुसार निर्माण कार्य भी मानक के विपरीत पाया गया एवं इंटरलॉकिंग तथा खड़ंजा निर्माण में भी मानक के विपरीत बालू ,गिट्टी विहीन इंटरलॉकिंग की पोल खुली।इसके भुगतान पर अधिकारीगण द्वारा आपत्ति जताते हुए कार्यस्थल से इंटरलॉकिंग खड़ंजा को उखाड़वा कर जांँच हेतु ईट बालू एवं मिट्टी का सैंपल भी एकत्रित किया तथा निर्माण कार्य में फर्जी स्थल की फोटो जियो टैग करते हुए कार्य पूर्ण होने के पूर्व ही अपलोड कर दिया गया जिस पर भी उपस्थित ग्राम विकास अधिकारी से अधिकारीगण द्वारा आपत्ति की गई।
             प्रधान प्रतिनिधि द्वारा अधिकारियों की बातों का पूर्ण जवाब नहीं दिया गया।इसी तरह हैंडपंप रिबोर तथा मरम्मत हेतु आहरित धनराशि द्वारा रिवोर- मरम्मत आदि से निकली निष्प्रयोज्य सामग्री में भी काफी घालमेल अधिकारियों को मिला। महत्वपूर्ण विषय यह रहा कि ग्राम पंचायत द्वारा जांँच हेतु वांछित आवश्यक अभिलेख भी जांँच अधिकारीगण को पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं कराए गए जिससे वह काफी असंतुष्ट दिखाई पड़े।  
                                जांँच के दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मानिकचंद,पंचायत सेक्रेटरी संजय पांडे,आशुतोष ओझा, चुन्नीलाल,धर्मेंद्र सरोज,अमित ओझा,राजेंद्र मौर्य,संतोष मिश्रा तथा मेवालाल मौर्य आदि ग्रामीणों ने उपस्थित होकर जांँच अधिकारी से अपना बयान दर्ज करवाया।