दलित शोषण मुक्ति मंच व सीटू कार्यकर्ताओं ने सावित्रीबाई फुले की मनाई जयंती
देव मणि शुक्ल
नोएडा नारी मुक्ति आंदोलन की प्रेरणा एवं देश की पहली महिला शिक्षिका महान समाजसेवीका सावित्रीबाई फुले जी की जयंती दलित शोषण मुक्ति मंच और सीटू के कार्यकर्ताओं ने सेक्टर- 8, नोएडा पर मनाई और उन्हें याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर बोलते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि सावित्रीबाई फुले मजबूत इरादों वाली महिला थी उनका जन्म 3 जनवरी 1831 में हुआ कम उम्र में शादी के बाद खुद शिक्षा ग्रहण कर महिला अधिकारों के लिए रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़कर आंदोलन खड़ा किया जबरदस्त सामाजिक विरोध के बावजूद उन्होंने विधवा विवाह, छुआछूत का विरोध, दलित और महिलाओं की मुक्ति के लिए मिशन चलाया।
सीटू नेता राम स्वारथ ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने वर्ष 1848 महाराष्ट्र के पुणे शहर में देश के पहले महिला स्कूल की स्थापना की थी वे जब लड़कियों की पढ़ाने के लिए जाती थी तो रास्ते में रूढ़िवादी लोग उन पर गंदगी और कीचड़ फेंकते थे सावित्रीबाई फुले अपने थैले में एक साड़ी लेकर चलती थी ताकि गंदी होने पर स्कूल में जाकर बदल सके। दलित शोषण मुक्ति मंच नोएडा के सचिव भीखू प्रसाद ने कहा कि सावित्रीबाई फुले शिक्षा की देवी थी उन्होंने जो अलख जगाई उसका ही नतीजा है कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में मजबूती से कार्य कर देश का नाम रोशन कर रही हैं। इसी तरह सीपीएम नेता हरकिशन सिंह, सीटू जिला महासचिव रामसागर ने उन्हें याद करते हुए शिक्षा के लिए उनके योगदान को रेखांकित किया।