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लखनऊ......प्रदेश सरकार ने नए वर्ष के जश्न को देखते हुए कड़े सुरक्षा के प्रबंध किए हैं।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद व डीजीपी डीएस चौहान ने नए वर्ष का जश्न शालीनता से मनाने के निर्देश दिए हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों व हुड़दंगियों पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा है। कहा कि लड़कियों व महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं नहीं घटनी चाहिए।प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जोनल अपर पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक एवं एसएसपी के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि नववर्ष के दृष्टिगत व्यापक पुलिस प्रबंध किए जाएं। शराब व अन्य मादक पदार्थों का सेवन कर हुड़दंग करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। भीड़-भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर भीड़ प्रबंधन की एडवांस प्लानिंग की जाए। किसी भी प्रकार अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए।डीजीपी ने कहा कि पूर्व से ही यातायात व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाए ताकि जाम लगने की नौबत न आए। यातायात प्रबंधन के संबंध में यातायात नियंत्रण कार्य योजना तैयार कर अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात मुख्यालय को उपलब्ध करा दी जाए। कोहरे को देखते हुए प्रभावी यातायात व्यवस्था के संचालन के लिए रिकवरी वैन (क्रेन) को तैयार रखा जाए। दुर्घटना से बचाव के लिए दिए गए निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की जांच ब्रेथ एनेलाइजर के माध्यम से कराई जाए। जो व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए मिलें उनके खिलाफ कड़ी कारईवाई की जाए।दबंग व अराजक तत्वों को चिह्नित कर निरोधात्मक कार्रवाई की जाए। आबकारी विभाग की टीम के साथ संयुक्त रूप से शराब की दुकानों की जांच कर समय सीमा का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।पीआरवी व पिंक स्कूटी टीम के साथ पैदल गश्त प्रभावी रूप से किया जाए। अयोजन स्थलों एवं भीड-भाड़ वाले स्थानों पर प्रभावी चेकिंग की जाए। इसके अलावा कार्यक्रम स्थलों पर अग्नि सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता की सघनता से जांच पहले ही कर ली जाए।अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने स्टंटबाजी के स्थानों को चिह्नित करते हुए समुचित पुलिस बल लगाकर रोकथाम के लिए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नववर्ष के अवसर पर रिसोर्ट, डैम, जलाशय आदि स्थानों पर सतर्क दृष्टि रखी जाए। किसी भी प्रकार से नाव पर ओवर लोडिंग न होने पाए। पक्के घाटों पर पुलिस व्यवस्था कर स्थानीय गोताखोरों का भी सहयोग लिया जाए।