इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। अब वे घर बैठे रिमोट एक्सेस के माध्यम से लाइब्रेरी की पुस्तकें पढ़ सकेंगे। सोमवार को इविवि की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय और एल्सेवियर की ओर से आयोजित वेबिनार में यह घोषणा की। रिमोट एक्सेस की सुविधा सोमवार से लागू कर दी गई है। कुलपति ने बताया कि वर्तमान में इविवि की सेंट्रल लाइब्रेरी में पठन सामग्री का बड़ा संग्रह है।
इसमें 7.60 लाख प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक पुस्तकें, 19555 थीसिस, 18 हजार से अधिक प्रिंट और ऑनलाइन जर्नल, 12 इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस आदि उपलब्ध हैं। उन्होंने घोषणा की कि अब स्नातक एवं परास्नातक के छात्र-छात्राओं को रिमोट एक्सेस की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके माध्यम से यूजी और पीजी के छात्र विश्वविद्यालय में उपलब्ध ई-संसाधनों को एक्सेस कर सकेंगे और घर बैठे लाइब्रेरी की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
इससे पूर्व यह सुविधा के केवल शिक्षकों और शोधार्थियों को ही मिल रही थी। पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. बीके सिंह ने बताया कि रिमोट एक्सेस के माध्यम से यूजी और पीजी के छात्र भी घर बैठे ई बुक्स, ई जर्नल आदि का लाभ उठा सकेंगे। छात्र-छात्राएं इविवि की वेबसाइट के माध्यम से लाइब्रेरी के लिंक पर जाकर रिमोट एक्सेस से संबंधित फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
फॉर्म का प्रिंट निकालकर डीएसडब्ल्यू के माध्यम से इसे लाइब्रेरी में अग्रसारित कराना है। इसके बाद विद्यार्थियों का वेलकम मेल भेजा जाएगा, जिसमें एक लिंक दिया होगा। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को यूजर नेम पर अपना ईमेल आईडी और अपना तैयार किया हुआ पासवर्ड डालना होगा। प्रक्रिया पूरी होने पर विद्यार्थी रिपोट एक्सेस का लाभ उठा सकेंगे।
अधिक जानकारी के लिए छात्र-छात्राएं लाइब्रेरी में संपर्क कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ. बीके सिंह ने संकाय सदस्यों से अनुरोध किया कि वे
भारतीय अनुसंधान सूचना नेटवर्क प्रणाली (आईआरआईएनएस) के निर्माण के लिए विदवान डेटाबेस में खुद को पंजीकृत करें और अपना प्रकाशन भी केंद्रीय पुस्तकालय में जमा करें, ताकि इसे विश्वविद्यालय के इंस्टीटूशनल रिपॉजिटरी पर अपलोड किया जा सके।