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श्री मद् भागवत कथा मे अमर कथा का वर्णन 

देव मणि शुक्ल 

नोएडा बरौला में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास आचार्य महेन्द्र उपाध्याय   महाराज ने अमर कथा का रोचक वर्णन किया। भगवान शिव माता पार्वती को अमर कथा सुना रहे हैं , माता को कथा सुनते सुनते नींद आ जाती है और उनकी जगह एक तोता हुंकारी भरने लगता है। जब शिव जी को पता चला कि एक पक्षी चोरी छुपे कथा का श्रवण कर रहा है तो उन्होंने शुक को मारने के लिए त्रशूल लेकर उसके पीछे दौड़े। तीनों लोकों में भागता शूक व्यास जी के आश्रम पहुंचा और उनकी पत्नी के मुख से गर्भाशय में पहुंच गया जहां वह बारह वर्ष तक रहे। पिता व्यास जी ने प्रार्थना की बेटा बाहर आ जाओ उन्होंने कहा कि बाहर माया का जाल है इसलिए बाहर नहीं आऊंगा। भगवान कृष्ण के आश्वासन के बाद जन्म लिया। जन्म लेनें के बाद वह तपस्या के लिए वन चले गए। कथा के तीसरे दिन ध्रुव चरित्र, जड़ भरत की कथा, वामन अवतार आदि कथाओं का व्यास जी द्वारा वर्णन किया जाएगा। कथा रोजाना 3 बजे से 7 बजे तक हो रही है। आप सभी भगवत चरण अनुरागी भक्तजन कथा में पधारकर कथा रूपी अमृत का पान अवश्य करें।