पंजाब चुनाव में मतांतरण पर गर्माया सियासी माहाैल, लुधियाना में बढ़ रही मुस्लिमों की संख्या; जानें कारण
भूपेंदर सिंह भाटिया, लुधियाना। Punjab Election 2022: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने पंजाब दौरे पर लुधियाना में मतांतरण का मुद्दा उठाकर सियासी माहौल में एक नई बहस छेड़ दी है। पंजाब में जारी मंतातरण के कारण डेमोग्राफी बदल रही है। इसके चलते समाज में विघटन का खतरा पैदा हाे गया है। औद्याेगिक शहर लुधियाना में बदलते समय के साथ मुस्लिमों की आबादी बढ़ रही है।
अगर यह आबादी ऐसी ही बढ़ती गई ताे आगे चलकर गंभीर खतरा उत्पन्न हाे सकता है। लुधियाना में बिहार और उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्याें से रोजगार की तलाश में आए मुसलमान यहीं बस गए। पंजाब के बार्डर जिलाें में मतांतरण के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
ताजपुर रोड, शेरपुर, ग्यासपुरा, गुलाबी बाग, माधोपुरी, जोधेवाल बस्ती, दाना मंडी, ढंडारी, राहों रोड, मुंडिया, रामनगर, जुगियाना, लाडोवाल, जालंधर बाईपास, हैबोवाल, काकोवाल रोड, मिलरगंज, सूआ रोड लोहारा, इस्लामगंज, बस्ती बाल सिंह नगर जैसे इलाकों में बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी है। जालंधर बाईपास से बस्ती चौक से पहले बाई ओर झुग्गियों के अलावा मन्ना सिंह नगर, गांधी नगर व सतलुज किनारे के इलाकों में रोहिंग्या मुसलमान भी रहते हैं।
आर्थिक रूप से समृद्ध बनाकर रोक सकते हैं मतांतरण यह बहुत गंभीर मामला है। जो लोग मतांतरण कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि दूसरे धर्म में जाकर उनका जीवनयापन बदल जाएगा। क्योंकि ज्यादातर जरूरतमंद और गरीब लोग ही ऐसा कर रहे है। उनको एक आस बंध जाती है, लेकिन मुद्दा ये है कि मतांतरण को रोका कैसे जाए। यह तभी संभव हो सकता है, अगर लोगों को रोजगार मिले। वह आर्थिक रूप से समृद्ध हों। इसे रोकने के लिए जमीन स्तर पर काम करने की जरूरत है। -प्रो. मंजीत सिंह, समाज शास्त्री , पंकज शर्मा