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गंगा नदी पर बना यह लॉर्ड कर्जन पुल लगभग 117 वर्ष का हो चुका है,
प्रयागराज :
जनपद में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान कई ऐसे निर्माण हुए है जो मिसाल बनकर आज भी मजबूती के साथ खड़े है, इसकी गवाही फाफामऊ में गंगा नदी पर बना पुराना पुल दे रहा है, अंग्रेजों के द्वारा 20 दिसंबर 1905 को इस पुल पर आवागमन शुरू कराया गया था।
जानकारी के लिए बतादें कि गंगा नदी पर बना यह लॉर्ड कर्जन पुल लगभग 117 वर्ष का हो चुका है, इस पर नीचे ट्रेन जाती थी तो ऊपर वाहनों का आवागमन होता था, यह पुल रेलवे का है 20 दिसंबर 1905 को इस पुल पर आवागमन शुरू हुआ था, साल 1905 से पहले उत्तर दिशा से शहर में प्रवेश के लिए कोई सड़क मार्ग नहीं था फाफामऊ और तेलियरगंज के बीच नाव के माध्यम से ही लोग गंगा नदी पार करते थे।
लगभग 1.5 km लंबे इस पुल को बनाने के लिए साल 1901 में स्वीकृति मिली थी यह 15 जून को रेलवे के लिए और 20 दिसंबर 1905 को सड़क यातायात के लिए खोला गया था, अंग्रेज इंजीनियर रॉबर्ट रिचर्ड गेल्स इस पुल के इंचार्ज हुआ करते थे।
यह ब्रिज दो तल में बना है इसके ऊपरी हिस्से पर वाहन गुजरते हैं जबकि नीचे से रेलवे की ब्रॉडगेज लाइन गुजरती है यह ब्रिज तेलियरगंज से फाफामऊ को जोड़ता है लेकिन अभी दोनों तल बन्द कर दिए गए हैं, जानकार बताते हैं कि ट्रैफिक बढ़ जाने पर सरकार ने बगल में दूसरे पुल का निर्माण करा दिया है जिससे अब आवागमन होता है।
बताया जाता है कि जब इस पुल पर आवागमन होता था तो एक तरफ से गाड़ियां छोड़ी जाती थी तो दूसरी तरफ से गाड़ियां को रोक दिया जाता था, समय की मार के चलते इसे इंजीनियरों ने कमजोर घोषित कर दिया है जिसके चलते इस पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया, गंगा नदी के बीचो-बीच सीना तान कर खड़ा है, जो ब्रिटिश हुकूमत की यादों को ताजा कर रहा है।