कला एवं संगीत के माध्यम से विद्यालय के माहौल को बनाया जाएगा खुशनुमा-अंजली तोमर
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
बलिया/लखनऊ।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओ में बेसिक शिक्षा के विद्यालय के वातावरण को खुशनुमा बनाने के लिए विभिन्न विषयों के साथ-साथ कला एवं संगीत में निपुण बनाने पर बल दिया उसको बेसिक शिक्षा में लागू करने के लिए सरोजिनी नगर लखनऊ में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों के लिए कला एवं संगीत संदर्भदाता का प्रशिक्षण चला जा रहा है।उत्तर-प्रदेश की राजधानी लखनऊ से प्रशिक्षण लेने के उपरान्त वापस आते ही लोकप्रिय शिक्षिका अंजली तोमर ने बलिया की शिक्षा के मंदिर मे इस नई पहल! के लिए तत्पर है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कला एवं संगीत के माध्यम से परिषदीय विद्यालय के माहौल को बनाया जाएगा खुशनुमा।
इस उधमिता विकास संस्थान में प्रत्येक जनपद के प्राथमिक स्तर व उच्च प्राथमिक स्तर के दो-दो शिक्षकों को जनपदीय सन्दर्भदाता का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें बलिया से प्राथमिक स्तर से जिले के शिक्षा की मंदिरो मे अपनी एक अलग पहचान बनाऐ रखने और शासन प्रशासन द्वारा कई बार पुरस्कृत अंजली तोमर सहायक अध्यापिका प्राथमिक विद्यालय अलावलपुर हनुमान गंज,चंचल डांगर सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय बाबूराम छपरा दुबहड़ एवं उच्च प्राथमिक स्तर पर संतोष कुमार भारती और जयशंकर प्रसाद बांसडीह प्रतिभाग किया।
इस दौरान सन्दर्भदाता का प्रशिक्षण प्राप्त कर वापस लौटे शिक्षकों ने बताया कि कला एवं संगीत के माध्यम से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यालयों के वातावरण को खुशनुमा बनाया जाएगा साथ ही जनपद की प्रत्येक विद्यालय के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि अपने विद्यालय में जाकर बच्चों को कला एवं संगीत सिखा सकें क्योंकि कला और संगीत निपुण होने पर बालक व बालिकाऐ अपने कौशल को निखार सकेगे।