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रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया ग्राम विकास अधिकारी

एंटी करप्शन की टीम ने 20 हजार की रिश्वत लेते दबोचा ऐसे बिछाया जाल!

(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
बलिया।उत्तर-प्रदेश के मऊ जिले के एक ग्राम विकास अधिकारी को विकास कार्य के भुगतान को लेकर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि से रिश्वत मांगना भारी पड़ गया। जहां शिकायत पर गोरखपुर से आई एंटी करप्शन की टीम ने जाल फैलाकर बुधवार को विकास भवन के पास से ग्राम विकास अधिकारी को बीस हजार रुपये का रिश्वत पकड़ा।टीम उसे अपने साथ शहर कोतवाली ले आई जहां उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई को लेकर कवायद की जा रही है।

सीओ सिटी धनज्जय मिश्रा ने बताया कि मऊ जनपद के रतनपुरा ब्लाक की इटौरा ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि अश्वनी कुमार सिंह ने ग्राम विकास में विकास कार्यो के तहत लाखों रुपये का कार्य कराया गया था। इसके भुगतान को लेकर गांव के ग्राम विकास अधिकारी अमरेश सिंह से कहा। इस भुगतान को लेकर ग्राम विकास अधिकारी द्वारा भुगतान कराने की एवज में कमीशन मांग कर रहा था। पीड़ित द्वारा काफी मिन्नतें करने पर भी वह नहीं माना। आखिरकार इससे परेशान पीड़ित अश्वनी कुमारि सिंह ने एंटी करप्शन टीम गोरखपुर का सहारा लिया।

जिस पर बुधवार को गोरखपुर से आए एंटी करप्शन के निरीक्षक संतोष कुमार दीक्षित के नेतृत्व में टीम ने ग्राम विकास अधिकारी को ट्रैप करने के लिए पहले ही घेराबंदी कर रखी थी। पीड़ित को पाउडर लगे नोट देकर भेज दिया। पूरे प्लान के मुताबिक टीम ने ग्राम विकास अधिकारी को विकास भवन के पास सुबह करीब साढ़े दस बजे बुलाया। जहां एंटी करप्शन टीम ने प्लान के तहत उसे घर पर रंगे हाथ पकड़ लिया और जब पानी में उसके हाथ डलवाए गए तो पानी का रंग बदल गया। जिसके बाद ग्राम विकास अधिकारी को एंटी करप्शन टीम हिरासत में लेकर शहर कोतवाली ले आई और लिखा पढ़ी करके अपने साथ ले जाने की तैयारी में जुटी