यीशु दरबार बिशप के अभिषेक की दसवीं वर्षगांठ मनाई गई,विश्व शांति को लेकर डेंगू के बढ़ते मामलें पर निजात पाने के लिए हज़ारों हाथों से की गई प्रार्थना।
प्रयागराज नैनी स्थित शुआट्स कुलपति प्रोफेसर राजेन्द्र बी. लाल के यीशु दरबार चर्च के बिशप अभिषेक की दसवीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गयी। वर्षगांठ के मौके पर डेंगू बीमारी से जूझ रहे लोगों को निजात मिले और इस बीमारी का प्रकोप रूके,इसको लेकर हज़ार हाथ एक साथ दुवाओं के लिए उठे। प्रार्थना के माध्यम से आए हुए लोगों ने ईश्वर से विश्व शांति की कामना की गई। कार्यक्रम का संचालन प्रति कुलपति (पीएमडी) प्रोफेसर सर्वजीत हरबर्ट ने किया। शुरूआत प्रभु यीशु मसीह के प्रार्थना से हुई। इस्रायल से आये रेव्ह. रबई ने हिब्रू भाषा में परमेश्वर की महिमा का बखान किया और बिशप प्रोफेसर राजेन्द्र बी. लाल के लिये विशेष प्रार्थना की गई।बिशप राजेन्द्र बी. लाल ने परमेश्वर का धन्यवाद दिया कि परमेश्वर ने यीशु दरबार के बिशप के रूप में उन्हें आशीषित किया और सेवकाई के लिए चुना। उन्होंने कहा कि बिना क्रूस के मसीह के पास पहुंचना असम्भव है। मसीह के पास पहुंचने के लिये आपको घमण्ड को समाप्त करना होगा, ईष्र्या व झूठ को त्यागना होगा। सच्चाई के मार्ग पर चलने पर ही हम मसीह तक पहुंच सकेंगे। उन्होंने बाईबल वचन साझा किया जिसमें यीशु मसीह ने कहा है कि पुनरूत्थान और जीवन मैं हूँ, जो यीशु मसीह पर विश्वास करेगा वो अनन्त जीवन प्राप्त करेगा। यदि हम विश्वास की अवस्था में होंगे तभी हमें अनन्त जीवन प्राप्त होगा।डा. सुधा लाल ने कहा कि प्रभु में बने रहने पर हमें आशीष मिलती है और सच्चाई के मार्ग पर चलने पर प्रभु प्रसन्न होता है।स्वामी प्रभाकर महाराज जी ने कहा कि यीशु दरबार में समस्त समुदाय के लोग मंच पर आसीत हैं, समाज का कल्याण और उत्थान ऐसे ही सम्भव हो सकता है। उन्होंने बिशप प्रो. राजेन्द्र बी. लाल को उनके महान कार्य के लिये बधाई दी।मौलाना शमशेर आलम ने बिशप डा. आर.बी. लाल को इंसानियत खिदमत की नजीर बताते हुए कहा कि यीशु दरबार को गंगा- जमुना तहजीब का केन्द्र बताया जो लोगों को सत्य पर चलने, दुश्मनों से प्रेम करने, धोखा नहीं देने का संदेश देता है।कुलाधिपति डा. जे.ए. ओलीवर ने शुआट्स और यीशु दरबार की ओर से बिशप डा. आर.बी. लाल और यीशु दरबार की उपाध्यक्षा डा. सुधा लाल को शाॅल पहनाकर सम्मानित किया व बिशप महोदय को स्मृति चिन्ह दिया। उन्होंने बिशप डा. आर.बी. लाल को महात्मा फूले द्वारा पहनी जाने वाली विशेष टोपी के समान टोपी पहनाकर उन्हें महात्मा उपाधि से विभूषित किया।बिशप जगधारी मसीह वे बिशप मोरीस एडगर दान ने विशेष प्रार्थना करते हुए परमेश्वर का धन्यवाद दिया कि परमेश्वन ने देश के कल्याण और शान्ति के लिये डा. आर.बी. लाल को बिशप के रूप में चुना।प्रोफेसर सर्वजीत हरबर्ट, डा. वी.एम. प्रसाद और रेव्ह जय प्रकाश ने सामूहिक भजन ‘मसीह तुमरो मार्ग क्रूस से जावे। हंसराज यादव ने भी भजन की प्रस्तुति दी। यीशु दरबार के बच्चों ने मसीही गीत धन्यवाद से दिल मेरा भर के प्रभु की प्रस्तुति दी जिसने सबका मन मोह लिया।इस अवसर पर शुआट्स के प्रति कुलपति (प्रशासन) प्रोफेसर एस.बी. लाल, प्रति कुलपति (शैक्षिक) प्रोफेसर. जोनाथन ए. लाल, निदेशक प्रशासन विनोद बी. लाल, निदेशक आईक्यूएसी प्रोफेसर. ए.के.ए. लाॅरेन्स, प्रो. रंजन ए. जाॅन, रेव्ह. डेविड फिलिप्स, रेव्ह. वी.के. सिंह, रेव्ह. पी.जे जाॅर्ज सहित निदेशकगण, कर्मचारी, शिक्षक एवं यीशु दरबार चर्च के सेवकगण के साथ विभिन्न जनपदों से आये श्रद्धालु उपस्थित रहे