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सहकारिता विभाग की संस्थाओं में 2012 से 2017 के बीच हुई 2324 पदों पर भर्तियों की एसआईटी जांच तेज कर दी गई है। आरोप पत्र तैयार करने के लिए इस मामले की जांच कर रही विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) के विवेचना अधिकारियों ने अब भर्तियों के माध्यम से चयनित होकर नौकरी कर रहे अभ्यर्थियों को सीआरपीसी की धारा 91/ 160 के तहत नोटिस भेजकर बुलाया है। माना जा रहा है कि एसआईटी इनसे ओएमआर सीट में हुए खेल के बाबत कुछ जानने की कोशिश कर सकती है। 

बता दें कि 2012 से 2017 के बीच सहकारिता विभाग की विभिन्न संस्थाओं में 2324 पदों पर भर्तियां की गई थी। सेवा मंडल के माध्यम से की गई इन भर्तियों में हर स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतें पाई गईं। अहर्ता में बदलाव, ओएमआर सीट से छेड़छाड़ प्रारंभिक जांच में ही पकड़ में आ गया। जिसके बाद पहली कार्रवाई उ.प्र. कोआपरेटिव बैंक के खिलाफ हुई। 

इसके बाद अन्य विभागों की जांच रिपोर्ट पर शासन की मंजूरी मिलने के बाद एसआईटी ने मई 2021 में सात मुकदमे दर्ज किए थे। जिनमें में सहकारिता विभाग की भर्तियां करने वाली संस्था सेवा मंडल के तत्कालीन अध्यक्षों, सचिवों के साथ ही अन्य अधिकारी नामजद किए गए थे। मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। जिसकी सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने दर्ज मुकदमों के निष्कर्षों की जानकारी तलब की है। जिसके बाद एसआईटी इस मुकदमों में फाइनल रिपोर्ट लगाने और आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी में है। 

अभ्यर्थियों को भेजे गए नोटिस में उनका पक्ष जानने का जिक्र है
एसआईटी द्वारा अभ्यर्थियों को भेजे गए पत्र में लिखा है कि भर्ती अनियमितता की विवेचना चल रही है। इस मामले में आपका अभिकथन (पक्ष) अंकित किया जाना है। संबंधित अभिलेखों के साथ ही आधार कार्ड व पैन कार्ड के साथ कार्यालय आने को लिखा गया है ताकि इनके पक्ष को दर्ज किया जा सके। 

इन संस्थाओं में हुई थीं भर्तियां
उ.प्र. राज्य भंडारागार निगम, यूपी कोआपरेटिव बैंक लि., उ.प्र. सहकारी ग्राम विकास बैंक लि. प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरेशन (पीसीएफ), उ.प्र. सहकारी संघ तथा जिला सहकारी बैंकों में हुई थीं भर्तियां

इन पदों पर हुई थीं भर्तियां
उप प्रबंधक, कनिष्क कार्यालय सहायक, असिस्टेंट एकाउंटेंट, सहायक शाखा आंकिक, सहायक प्रबंधक, कैशियर, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक, टंकण आदि पदों पर की गई थीं भर्तियां