प्रयागराज में डेंगू ने कहर बरपा रखा है। एक ही दिन में जिले में डेंगू बुखार से चार लोगों की मौत हो गई है। फाफामऊ में जहां बीफॉर्मा की छात्रा समेत तीन लोगों ने इस बीमारी से दम तोड़ दिया वहीं सलोरी की रहने वाली 35 वर्षीय सहायक अध्यापिका की लखनऊ से प्रयागराज लाते समय रास्ते में मौत हो गई। इस बीच जिले में रविवार को डेंगू के 34 मरीज मिले। इसी के साथ अभी तक सामने आने वाले मरीजों की संख्या 463 तक पहुंच गई है।
ओमगायत्री नगर सलोरी की रहने वाली तनु शुक्ला पत्नी राजीव तिवारी होलागढ़ के प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर प्रथम में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात थीं। उन्हें 29 सितंबर को बुखार आया। उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने डेंगू का इलाज शुरू किया। इसके बाद तनु का इलाज घर में चल रहा था। घर में उनकी तबीयत फिर से बिगड़ने लगी। उन्हें फिर से निजी अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया। पति राजीव के मुताबिक डेंगू के इलाज इस बीच तनु को किडनी और फेफड़े की बीमारी सामने आने लगी। 13 अक्तूबर मेदांता के चिकित्सकों ने जवाब दे दिया। जिसके बाद शनिवार को परिजन तनु को लेकर घर वापस आ रहे थे। रास्ते में कुंडा के पास तनु ने दम तोड़ दिया।
वहीं डेंगू से ही फाफामऊ के मातादीन का पूरा गांव की 21 वर्षीय बीफार्मा की छात्रा मंदाकिनी पटेल पुत्री रमेश कुमार की शनिवार को मौत हो गई। मंदाकिनी का इलाज निजी चिकित्सालय में चल रहा था। छात्रा के पिता ने बताया कि मंदाकिनी को डेंगू था। फाफामऊ की ही दलित बस्ती की उर्मिला (35) पत्नी दासे और शुकरू (55) की शनिवार की देर शाम मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि दोनों को डेंगू बुखार था।
एक दिन में मिले 34 नए मरीज
प्रयागराज में रविवार को डेंगू के 34 मरीज मिले। इसी के साथ अभी तक सामने आने वाले मरीजों की संख्या 463 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि 403 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। गंभीर 45 मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। रविवार को छुट्टी का दिन होने के बाद भी कैंटोनमेंट बोर्ड हॉस्पिटल में बुखार पीड़ित 80 लोगों का इलाज किया गया।
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में बुखार पीड़ित मरीज पहुंचे। यहां डेंगू वार्ड के लिए आरक्षित 90 बेड में 75 फुल हो चुके हैं। भर्ती मरीजों में 45 मरीज डेंगू पॉजिटिव हैं। बेली अस्पताल में 100 बेड फुल हो जाने से मरीजों को अब स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल भेजा जा रहा है। कॉल्विन अस्पताल में डेंगू वार्ड के लिए आरक्षित 50 बेड में 38 फुल हो चुके हैं।
महिला सिपाही सहित कई चपेट में आए
फाफामऊ इलाके में दर्जनों लोग अभी भी डेंगू से पीड़ित हैं। इनमें फाफामऊ थाने की सिपाही नेहा यादव, महिमा प्रजापति, वंदना यादव, अजय यादव, अखिलेश कुमार, प्रेम कुमार, लोकेश कुमार, सरिता मौर्य, रूबी, राकेश मौर्य आदि हैं।