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राजधानी लखनऊ के अलीगंज कोतवाली में चन्द्रेश कुमार वर्मा ने भांजे के खिलाफ जमीन गिरवी रख कर 40 लाख का लोन पास कराने का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी के साथ चन्द्रेश ने एक जमीन खरीदी थी। जिसे उनकी जानकारी के बिना गिरवी रख कर लोन पास कराया गया है। 

लखीमपुर खीरी निवासी चन्द्रेश कुमार वर्मा ने भांजे पंकज वर्मा के साथ मिल कर वर्ष 2006 में अलीगंज सेक्टर-के में जमीन खरीदी थी। जिसमें दोनों हिस्सेदार थे। चन्द्रेश के मुताबिक पंकज ने उनसे रजिस्ट्री की मूल कापी मांग ली थी। जिसे वह अपने पास रखे हुए था। जून 2022 में चन्द्रेश को केनरा बैंक की तरफ से रिवकरी नोटिस मिला। जिसमें अलीगंज सेक्टर-के स्थित जमीन को गिरवी रख कर 40 लाख का लोन पास कराए जाने की बात लिखी थी। छानबीन करने पर पता चला कि पंकज ने गोल्डन फ्यूचर वेलफेयर सोसाइटी बनाई थी। जिसमें चन्द्रेश को पार्टनर दिखाया गया है। लोन हासिल करने के लिए लगाए गए दस्तावेज में भी चन्द्रेश के फर्जी हस्ताक्षर बनाए गए हैं।

पीड़ित का आरोप है कि लाखों रुपये का लोन पास करने से पहले बैंक मैनेजर ने कागज तक नहीं जांचे। ऐसे में साफ है कि बैंक मैनेजर की भूमिका पर संदेह हैं। पीड़ित ने डीसीपी उत्तरी सै. कासिम आब्दी से मिल कर उन्हें घटना की जानकारी दी थी। जिनके निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया गया है।