आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े युद्ध स्मारकों में से एक 'श्राइन आफ रिमेंबरेंस' पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर, कहा- शहीदों का सम्मान गर्व का पल
मेलबर्न, एएनआइ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को चौथी क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक का हिस्सा बने। क्वाड की यह अहम बैठक मेलबर्न में हुई। आपको बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर, आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने के निमंत्रण पर 10-13 फरवरी तक आस्ट्रेलिया की एक आधिकारिक यात्रा पर हैं। बैठक खत्म होने के बाद, डा एस जयशंकर ने आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े युद्ध स्मारकों में से एक, 'श्राइन आफ रिमेंबरेंस' का दौरा किया है।
'श्राइन आफ रिमेंबरेंस' के दौरे की जानकारी खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर दी। उन्होंने कहा, 'आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े युद्ध स्मारकों में से एक, स्मरण मंदिर का दौरा किया। शहीद सैनिकों की स्मृति का सम्मान करने का एक महत्वपूर्ण क्षण।'
मेलबर्न में आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने ने कहा, 'आस्ट्रेलिया और भारत के बीच व्यापार और निवेश में भी गहरे संबंध हैं और जैसा कि हम यहां मेलबर्न में खड़े हैं, मंत्री डैन तेहान व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के लिए एक दौर की बातचीत के बाद भारत से लौट रहे हैं।
उन्होंने दोनों देशों के मजबूत रिश्तों पर विश्वास जताते हुए कहा, '(CECA), यह एक समझौता है, हमें विश्वास है, दोनों देशों के लिए नए व्यापार और निवेश के अवसरों को अनलआक करेगा, विशेष रूप से, हमारी संबंधित अर्थव्यवस्थाएं को COVID-19 के प्रभाव से उबरने के लिए भी मदद करेगा।'
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक प्रेस रिलीज में बताया था कि विदेश मंत्री के रूप में डा एस जयशंकर की आस्ट्रेलिया की यह पहली यात्रा है। इस यात्रा में विदेश मंत्री एस जयशंकर विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया कि मेलबर्न में शुक्रवार को हुए चौथी क्वाड बैठक का हिस्सा बनने पहुंचे। इस क्वाड बैठक में भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका की मेजबानी की और शीर्ष राजनयिकों ने सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक सहित क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा दिया।
क्वाड (Quad) बैठक में आस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका की एक मजबूत साझेदारी है, जिनमें होली पर और पारदर्शिता के साथ बातचीत होती है और चीन की चुनौतियों और यूक्रेन की स्थिति पर वार्ता की जाती है। बीते 2 वर्षों में पहली बार क्वाड बैठक विदेश मंत्री द्वारा की जा रही है।
चौथे क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'हम एक एजेंडा बना रहे हैं जो एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के हमारे साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना चाहता है। हम सामूहिक प्रयासों के माध्यम से हिंद-प्रशांत में शांति और स्थिरता और आर्थिक समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के इच्छुक हैं, जो समकालीन मुद्दों को संबोधित करते हैं।'