प्रतापगढ़।शासन के धन के दुरुपयोग और प्रधान की मनमानी की खबर लिखने पर आपराधिक चरित्र के पूर्व प्रधान ने पत्रकार पर फर्जी मुकदमा लिखवा दिया। जिस पूर्व प्रधान पर हत्या के प्रयास का आरोप व सीमेंट चोरी, बलवा आदि के लगभग दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं, वह एक शांतिप्रिय पत्रकार पर रंगदारी का फर्जी मुकदमा लिखवा दिया है जिससे पत्रकारों में आक्रोश है।
पीड़ित पत्रकार ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमे को निरस्त करने एवं
ऐसे आपराधिक चरित्र के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांँग की है। बता दें कि 17 मई को न्यूज स्टैण्डर्ड दैनिक में डॉ०रणजीत सिंह ने तिलौरी ग्राम पंचायत में शासन के धन के दुरुपयोग एवं प्रधान के मनमानेपन की खबर प्रमुखता से छापा जिस पर आवेशित होकर पूर्व प्रधान मो० अख्तर ने 18 मई को उन्हें जान से मारने की धमकी दिया।इसकी सूचना जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से पीड़ित ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक महोदय को दिया।बाद में क्षेत्राधिकारी लालगंज ने यह कहकर कि पुलिस निगरानी रख रही है किसी कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है मामले को निस्तारित कर दिया। इस आपराधिक चरित्र का पूर्व प्रधान डॉ०रणजीत सिंह को यह धमकी देता रहा कि अभी उसने मुकदमा ही लिखवाया है उसके पास हर तरह के आदमी हैं।वह कुछ भी करवा सकता है।
25 जुलाई को जब तिलौरी के 17 ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोदय को शपथ पत्र देकर तिलौरी ग्राम पंचायत में शासन के धन के दुरुपयोग की जांँच करवाने का प्रार्थना पत्र दिया तो 27 जुलाई को पूर्व प्रधान अख्तर ने 7 ग्रामीणों के साथ डाॅ०रणजीत सिंह पर पेशबंदी करके कूट रचित ढंग से मुकदमा दर्ज करवा दिया।ऐसे आपराधिक चरित्र के व्यक्ति विरुद्ध उन्होंने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक महोदय को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही करने एवं फर्जी मुकदमे को रद्द करने की मांँग एवं निवेदन किया है।
अभी तिलोरी के ही एक ग्रामीण ने उस पूर्व प्रधान पर पुलिस लीलापुर पुलिस एक मामले में मुकदमा न लिखने के एवज में रिश्वत देने के नाम पर पैसा हड़पने का आरोप लगाया है।
वह लीलापुर थाने पर हमेशा डेरा जमाए रहता था जिससे पुलिस का खास बनकर वह उस व्यक्ति से रिश्वत के नाम पर पैसा ले लिया।इससे लीलापुर पुलिस भी बदनाम हुई।वह खुद दूसरों से पैसे हड़प कर पुलिस का नाम बदनाम कर रहा है। यही नहीं वह पुलिस के विरुद्ध रिश्वत की रिकॉर्डिंग और वीडियो बनवा कर उनको बदनाम करने पर तुला हुआ है।
कूट रचना,दबंगई, सरहंगई आदि में माहिर ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस की कार्यवाही न होने से भले लोगों एवं समाज का भारी नुकसान हो रहा है।पत्रकार पर फर्जी मुकदमा करने से पत्रकारों में आक्रोश है और पत्रकारों ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक महोदय से मुकदमा निरस्त करके ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांँग की है जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का कार्य कर रहा है।