प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने विकास भवन के सभागार में जिला कौशल समिति एवं कौशल कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न रोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालन करने वाली प्रशिक्षण प्रदाता संस्थाओं के साथ समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने संस्थाओं को निर्देशित किया कि शासन के निर्देशानुसार प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं की उपस्थिति बायोमैट्रिक माध्यम से ही करायी जाये तथा प्रशिक्षण के उपरान्त उनके प्लेसमेन्ट की सूची भी उपलब्ध करायी जाये। कोविड पीड़ित एवं मनरेगा तथा अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं को रोजगार परक कार्यक्रम में प्रशिक्षण दिलाया जाये ताकि प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त कर सके। जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण संस्थाओं से अपेक्षा करते हुये कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिया जाये ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर भी रोजगार प्राप्त हो सके। जिन विकास खण्डों में अभी तक कौशल विकास मिशन का प्रशिक्षण कार्यक्रम नही संचालित हुआ है वरीयता के आधार पर उन्हीं विकास खण्डों में नये केन्द्र खोले जाये। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 1997 के लक्ष्य के सापेक्ष 915 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है जिनमें 282 प्रशिक्षुओं का प्लेसमेन्ट संस्थाओं द्वारा कराया गया है। जिलाधिकारी द्वारा प्लेसमेन्ट कराये गये स्थल, संस्था या कम्पनी का विस्तृत विवरण सूची सहित उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने प्रशिक्षण प्रदाता संस्थाओं को निर्देशित किया कि उनकी संस्था में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं का सेवामित्र पोर्टल और सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से कराया जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, उपायुक्त उद्योग दिनेश कुमार चौरसिया, कौशल विकास मिशन की जिला प्रबन्धक वन्दना सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।