विदेश मंत्री ने फिर उगला जहर, कहा- कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना दक्षिण एशिया में शांति संभव नहीं
शाह महमूद कुरैशी ने वीडियो बयान के माध्यम से 'एशिया को लेकर बातचीत और विश्वास निर्माण उपायों' (सीआईसीए) के सम्मेलन में विदेश मंत्रियों की छठी बैठक को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर बेतुका बयान दिया है। कुरैशी ने मंगलवार को कजाकिस्तान में एक बहुपक्षीय बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत के साथ कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना दक्षिण एशिया में स्थायी शांति संभव नहीं है।
कुरैशी ने वीडियो बयान के माध्यम से 'एशिया को लेकर बातचीत और विश्वास निर्माण उपायों' (सीआईसीए) के सम्मेलन में विदेश मंत्रियों की छठी बैठक को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। इस बैठक की मेजबानी वर्तमान सीआईसीए अध्यक्ष, कजाकिस्तान की ओर से राजधानी नूर-सुल्तान में की गई थी।
विदेश कार्यालय के अनुसार, कुरैशी ने कहा, ‘‘दक्षिण एशिया में स्थायी शांति तब तक नहीं होगी जब तक कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार जम्मू कश्मीर के मुख्य विवाद को हल नहीं किया जाता है।’’
भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर 'हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और हमेशा रहेगा।’’ भारत ने पाकिस्तान को वास्तविकता को स्वीकार करने और भारत विरोधी दुष्प्रचार को रोकने की भी सलाह दी।
भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में इस्लामाबाद के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है। भारत ने कहा है कि आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
अफगानिस्तान में चार दशकों के युद्ध और संघर्ष के नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए, कुरैशी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया कि उनके इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ पर शांति की तलाश, स्थिरता और विकास में अफगान लोगों का समर्थन करें।