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कानपुर। पिछले तीन दिनों से शहर में पेयजल सप्लाई का चल रहा संकट शनिवार सुबह भी बरकरार रहा। बैराज से शुक्रवार की शाम सप्लाई शुरू हुई पर दूसरे दिन तड़के न हो सकी। इसकी वजह फूलबाग, कुरसवां और आसपास के इलाकों में पेयजल का संकट रहा। इससे कोई तीन लाख की आबादी के समक्ष पेयजल का संकट रहा। इसके अलावा बिजली कटौती और ट्रिपिंग के चलते बेनाझाबर ट्रीटमेंट प्लांट से कम पानी सप्लाई हुई। इस कारण जवाहरनगर, ब्रह्मनगर सहित एक दर्जन मोहल्लों में सुबह के समय स्लो प्रेशर से पानी गया। इस कारण बहुमंजिली इमारतों में पानी ही नहीं चढ़ा। 

हैंडपंपों में सुबह के समय इन इलाकों में लाइन दिखी। जल संस्थान के अफसरों ने बताया कि बिजली कटौती की वजह से सुबह के समय पानी सप्लाई प्रभावित हुई पर शाम तक समस्या हल हो जाएगी। वैसे भी जलसंस्थान परिसर में टैंकर रिजर्व में रहते हैं। पब्लिक कॉल पर टैंकरों को पानी मुहैया कराने के लिए भेजा जाता है। 

कानपुर में जलकल विभाग की लापरवाही से भीषण गर्मी में भी साउथ के करीब एक लाख लोग भी कई दिनों से पानी संकट का सामना करने को मजबूर हैं। लोगों की प्यास बुझाने के लिए भेजे गए पांच टैंकर भी लोगों की जरूरत पूरी नहीं कर पा रहे। प्रभावित लोग पड़ोसियों के सबमर्सिबल या सार्वजनिक सबमर्सिबल, हैंडपंपों से पानी भरने के लिए मजबूर हैं। जलकल विभाग ने कहा कि नहर के नीचे टूटी पाइप लाइन की मरम्मत के कारण समस्या का सामना करना पड़ा।