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सीएम योगी का ओएसडी बनकर मऊ के जिलाधिकारी को फोन करने वाले को 24 घंटे के अंदर ही दबोच लिया गया है। खुद को आईएएस एनकेएस चौहान बताकर रास्ता खुदवाने के लिए उसने शुक्रवार को पैरवी की थी। शहर कोतवाली की पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। युवक ने कबूल किया है कि पट्टीदारों का रास्ता खोदवाने को लेकर उसने फर्जी ओएसडी बनकर जिलाधिकारी के सरकारी मोबाइल नम्बर पर फोन किया था।

शहर कोतवाल संजय त्रिपाठी ने बताया कि हिरासत में लेकर युवक से पूछताछ किया जा रहा है, जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। हिरासत में लिए गए युवक की पहचान मऊ के ही घोसी निवासी पुष्कर यादव के रूप में हुई है।

शुक्रवार को जिलाधिकारी अरुण कुमार के मोबाइल पर कॉल आया था। फोन करने वाले ने अपनी पहचान एनकेएस चौहान आईएएस ओएसडी मुख्यमंत्री बताकर सरबसपुर भटौली तहसील घोसी से संबंधित भूमि विवाद में पुष्कर यादव के पक्ष में कार्रवाई करने के लिए दबाव डाला था। सीयूजी नंबर पर इस तरह से किसी के पक्ष में कार्रवाई करने की बात सुनकर डीएम को कुछ खटका। 

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में ओएसडी से बात की तो असलियत का पता चला। ताज्जुब की बात यह है कि फोन करने वाले ने जिस मोबाइल नंबर से फोन किया था, उसका डिटेल सर्च करने पर ट्रू कॉलर पर एनकेएस चौहान मुख्यमंत्री कार्यालय विशेष कार्याधिकारी लखनऊ दिखा रहा था। फोटो भी एनकेएस चौहान का लगा था।

मुख्यमंत्री कार्यालय से असलियत का पता चलते ही मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू हुई। मुकदमा संख्या 0310 के के अंतर्गत धारा 419, 420, 467, 468, 471 एवं 66 के तहत थाना कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई। मुकदमा दर्ज होते ही एसओजी और शहर कोतवाली पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई। साइबर सेल की मदद से मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई और युवक को दबोच लिया गया।