शिवसेना के खिलाफ बगावत करने वाले विधायक एकनाथ शिंदे अब कड़ा रवैया अपना रहे हैं। उन्होंने पार्टी को लेकर कहा कि 'वे डरे हुए हैं।' साथ ही उन्होंने 50 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा किया है और कहा है कि यह समर्थन आगे और बढ़ेगा। खास बात है कि हाल ही में शिवसेना ने शिंदे कैंप के कुछ विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है।
न्यूज18 से बातचीत में शिंदे ने बागी विधायकों पर दबाव की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा, 'मैं यहां चार दिनों से हूं। अब तक लोग हमारे पास जुड़ने के लिए आ रहे हैं। क्या यह दबाव है?' साथ ही उन्होंने अपने खिलाफ शिवसेना नेताओं की तरफ से की जा रही कार्रवाई को भी खारिज किया। उन्होंने कहा, 'वे डरे हुए हैं। उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई है। वो किसको डरा रहे हैं?'
शिंदे ने कहा, 'वो हमारे खिलाफ क्या कार्रवाई कर रहे हैं? हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। हमारे पास आंकड़े हैं। हमरे पास 50 से ज्यादा विधायक हैं और यह समर्थन बढ़ेगा।' गुरुवार रात उन्होंने कई ट्वीट किए, जिसमें नेता ने बताया कि संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार, पार्टी व्हिप विधायिका में कार्यवाही के लिए जारी किया जाता है और बैठक में शामिल होने के लिए नहीं।
क्या वाकई शिंदे के साथ है संख्याबल?
अब तक सामने आए आंकड़ों को देखें, तो एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के 37 बागी विधायक हैं। वहीं, खबर है कि एक और MLA आनंद लांडे भी गुवाहाटी के लिए रवाना हो चुके हैं। इस लिहाज से बागी खेमे का आंकड़ा 38 पर पहुंच सकता है। इसके अलावा एमवीए के 9 बागी और एनडीए समर्थक 7 विधायक भी शिंदे के साथ नजर आ रहे हैं। ऐसे में बागी खेमे की संख्या 54 पर पहुंच सकती है।