नारायण राणे ने शरद पवार पर ऐसा क्या कहा कि शिवसेना हो गई फायर; संजय राउत की पीएम मोदी से अपील
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर दिए बयान को लेकर शिवसेना फायर हो गई है। पार्टी नेता संजय राउत ने किसी का नाम लिए बिना कहा, "क्या भाजपा इस प्रकार की भाषा की इजाजत देती है? सरकारें आएंगी और जाएंगी लेकिन महाराष्ट्र शरद पवार के खिलाफ इस प्रकार की भाषा को बर्दाश्त नहीं करेगा।"
दरअसल, राणे ने गुरुवार को शरद पवार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह (पवार शिवसेना के बागी विधायकों को धमका रहे हैं। राणे ने कहा कि अगर बागी विधायकों को विधानसभा में किसी भी तरह का 'नुकसान' पहुंचाया गया तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।
...तो घर जाना मुश्किल होगा: राणे
राणे ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "शरद पवार (बागी) विधायकों को धमका रहे हैं कि उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा आना चाहिए। वे अवश्य वापस आएंगे और अपनी इच्छा के अनुसार मतदान करेंगे। अगर उन्हें किसी तरह का नुकसान हुआ तो घर जाना मुश्किल होगा। कुछ ऐसे लोग हैं, जिनका समय-समय पर बगावत करने का लंबा इतिहास रहा है।"
राउत का राणे पर पलटवार
इस पर पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा, "पवार साहब को धमकियां मिल रही हैं। एक केंद्रीय मंत्री धमकियां दे रहा है, कह रहा है कि घर नहीं जाने देंगे। पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सुन लीजिए- आपका एक मंत्री शरद पवार जी को धमका रहा है, क्या आपको ये मंजूर है?"
शरद पवार ने क्या कहा था...
इससे पहले शरद पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी सरकार (एमवीए) के भाग्य का फैसला विधानसभा में होगा और शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन विश्वास मत हासिल कर लेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुवाहाटी में डेरा डाले बागी विधायकों को मुंबई वापस आना होगा।
'संख्या किसी भी वक्त बदल सकती'
राज्य की राजनीतिक उठा-पटक पर राउत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी का संख्याबल कम हुआ है, हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई की बागी विधायक सदन में शक्ति परीक्षण के दौरान राज्य की एमवीए सरकार को समर्थन देंगे। राउत ने कहा, "संख्या किसी भी वक्त बदल सकती है। मुंबई लौटने के बाद ही बागी विधायकों की पार्टी के प्रति वफादारी की असली परीक्षा होगी।"